अजमेर शरीफ के खादिम सलमान चिश्ती को नशेड़ी बताकर बचाने की कोशिश करने वाले सीओ की अब विजिलेंस जांच होगी. राजस्थान पुलिस के कार्यवाहक महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने ये बयान दिया है. उन्होंने कहा कि नूपुर शर्मा की हत्या के लिए उकसाने का बयान देने के मामले में मंगलवार रात आरोपी हिस्ट्रीशीटर सैयद सलमान चिश्ती की गिरफ्तारी के दौरान वायरल वीडियो के मामले में दरगाह वृताधिकारी संदीप सारस्वत को राज्य सरकार के निर्देशानुसार पुलिस मुख्यालय द्वारा एपीओ कर प्रकरण की जांच विजिलेंस शाखा को सौंपी गई है.
आरोपित से हो रही है पूछताछ
राजस्थान पुलिस के कार्यवाहक महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने बताया कि अपराधियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. प्रकरण में आरोपी के विरुद्ध पुख्ता साक्ष्य जुटाकर अभियोजन की सशक्त कार्यवाही की जाएगी. वायरल हुए वीडियो के बारे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर विकास सांगवान ने बताया कि आरोपी नशा करने का आदी है. आरोपी पहले भी गिरफ्तारी के समय खुद को नुकसान पंहुचाने का प्रयास कर चुका है. इसे ध्यान में रखते हुए उसको समझा-बुझाकर कस्टडी में लिया जा रहा था ताकि मौके परिस्थिति बिगड़ न जाए. आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया एवं पूछताछ की जा रही है.
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सलमान चिश्ती को सलाह देता दिखा सीओ सारस्वत
हालांकि पुलिस भले ही दावा कर रही है कि सलमान चिश्ती नशे का आदी है, लेकिन वायरल वीडियो में चिश्ती साफ-साफ बोल रहा है कि वो नशा नहीं करता है. बता दें कि अजमेर की पुलिस ने आधी रात को सलमान चिश्ती को उसके गुप्त ठिकाने से पकड़ा. लेकिन इस बीच दूसरा वीडियो वायरल हो गया. जिसमें सलमान चिश्ती की गिरफ्तारी करने वाला पुलिस कर्मी सलमान चिश्ती को ये समझाते दिखा कि बोल देना, मैं नशे में था. और तुम्हें बचा लिया जाएगा. अब दूसरा वीडियो वायरल हुआ, तो सरकार पर सवाल उठने लगे. इसके बाद अब सीओ संदीप सारस्वत को लाइन हाजिर कर दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- संदीप सारस्वत की होगी विजिलेंस जांच
- सलमान चिश्ती को बचाने की तरकीब बता रहा था सीओ
- वीडियो वायरल होने के बाद सीओ सस्पेंड, अब जांच