Rajasthan Political News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा आदिवासियों को लेकर दिए गए विवादास्पद बयान पर अब राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस नेता प्रह्लाद गुंजल ने इस पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है और मदन दिलावर से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की है. गुंजल ने 'एक्स' पर वीडियो जारी कर दिलावर के बयान को अस्वीकार्य और आदिवासी समुदाय के प्रति अपमानजनक बताया है. प्रह्लाद गुंजल ने अपने वीडियो संदेश में कहा, ''मदन दिलावर के बयान पर गहरी आपत्ति है, जिनकी जिम्मेदारी शिक्षा के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति की समृद्धि और संरक्षण करने की है, वह व्यक्ति आदिवासियों का इस तरह से भद्दा मजाक उड़ाए और कहे कि आदिवासी समुदाय के डीएनए की जांच कराएंगे.'' उन्होंने मदन दिलावर के बयान को आदिवासी समुदाय का अपमान बताते हुए उन्हें तत्काल इस्तीफा देने और आदिवासी समुदाय से माफी मांगने की मांग की.
राजस्थान के राज्य शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जी द्वारा आदिवासी समाज को लेकर दिए गए बयान की मैं कड़ी निन्दा करता हूं !#Rajasthan pic.twitter.com/6huWsb5qdA
— Prahlad Gunjal (@PrahladGunjal) June 22, 2024
इस्तीफे की मांग
वहीं प्रह्लाद गुंजल ने कहा, ''मैं समझता हूं इस तरह का बयान देने वाले व्यक्ति को क्षण भर के लिए भी शिक्षा मंत्री रहने का नैतिक अधिकार नहीं है. मैं संपूर्ण आदिवासी समुदाय की ओर से, मेरी ओर से दिलावर जी से तुरंत इस्तीफा मांगता हूं और वह आदिवासी समुदाय से क्षमा याचना करें.'' उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और मदन दिलावर पर इस्तीफे का दबाव बढ़ा दिया है.
यह भी पढ़ें: इंदौर-जबलपुर समेत 8 जिलों में मानसून की एंट्री, अगले 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी
सांसद राजकुमार रोत का भी विरोध
इसके साथ ही आपको बता दें कि प्रह्लाद गुंजल से पहले, सांसद राजकुमार रोत ने भी मदन दिलावर के बयान की आलोचना की थी. रोत ने कहा था, ''ये राजस्थान के शिक्षा मंत्री हैं जो आदिवासियों पर हिंदू धर्म को लेकर टिप्पणी कर रहे हैं, सोचो ये बच्चों को क्या शिक्षा देंगे.'' उन्होंने विभिन्न न्यायालयों द्वारा साबित तथ्यों का हवाला देते हुए दिलावर के बयान को अस्वीकार्य बताया था.
मदन दिलावर की सफाई
वहीं विवाद बढ़ने पर मदन दिलावर ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने बयान पर सफाई दी थी. उन्होंने कहा, ''मेरे बयान को आदिवासियों से जोड़ दिया गया. समाज का हर वर्ग, विशेषकर आदिवासी हमारे लिए सम्माननीय हैं, जो प्राण वायु देने वाले वृक्षों की रक्षा करते आए हैं.'' दिलावर ने अपने बयान को गलत संदर्भ में प्रस्तुत किए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी भी समुदाय का अपमान करना नहीं था.
विवाद की जड़
बहरहाल, मदन दिलावर का बयान आदिवासी समुदाय के डीएनए की जांच के संबंध में था, जिसने आदिवासी समुदाय में रोष पैदा कर दिया. उनका यह बयान न केवल राजनीतिक विरोधियों के निशाने पर आ गया, बल्कि आदिवासी संगठनों ने भी इसे गंभीरता से लिया और दिलावर से माफी मांगने की मांग की.
HIGHLIGHTS
- मदन दिलावर के बयान पर भड़के कांग्रेस नेता
- बढ़ता जा रहा राजस्थान में सियासी विवाद
- प्रह्लाद गुंजल ने की इस्तीफे की मांग
Source : News Nation Bureau