Vasundhara Raje News: लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख नेता वसुंधरा राजे ने अपने विरोधियों पर निशाना साधा है. उदयपुर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राजे ने संकेतों के माध्यम से अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, ''आजकल लोग उसी अंगुली को काटने का प्रयास करते हैं, जिसे पकड़कर उन्होंने चलना सीखा.'' इस वक्तव्य के माध्यम से उन्होंने उन लोगों पर निशाना साधा, जिन्हें उन्होंने कभी राजनीति में आगे बढ़ाया था.
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विशिष्ट जन सम्मान समारोह में उपस्थिति
वसुंधरा राजे उदयपुर में आयोजित सुन्दर सिंह भण्डारी चैरिटेबल ट्रस्ट के विशिष्ट जन सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं. इस कार्यक्रम में असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी उपस्थित थे. राजे ने अपने संबोधन में अपने जीवन के अनुभवों और राजनीतिक यात्रा के बारे में बताया.
वफा का दौर और आज की राजनीति
वहीं राजे ने अपने वक्तव्य में कहा, ''वफा का वह दौर अलग था. आज तो लोग उसी अंगुली को पहले काटने का प्रयास करते हैं, जिसको पकड़ कर वह चलना सीखते हैं.'' उनके इस बयान को उनके राजनीतिक विरोधियों पर तंज के रूप में देखा जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि यह टिप्पणी उन लोगों के लिए थी, जिन्हें उन्होंने राजस्थान की राजनीति में स्थापित किया था और जिन्होंने बाद में उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
मां विजय राजे सिंधिया का जिक्र
आपको बता दें कि अपने भाषण में वसुंधरा राजे ने अपनी मां विजय राजे सिंधिया का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि उनकी मां ने 1967 में मध्य प्रदेश में जनसंघ की पहली सरकार बनाई थी और गोविंद नारायण सिंह को मुख्यमंत्री बनाया था. राजे ने कहा कि उस वक्त सुंदर सिंह भंडारी ने खुशी जाहिर करते हुए चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मां ने उन्हें बचपन से ही संघ के संस्कार दिए थे.
वसुंधरा राजे का संदेश
वहीं बता दें कि वसुंधरा राजे के इस बयान को उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है. उन्होंने अपने विरोधियों को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि जो लोग उनके साथ चलकर आगे बढ़े हैं, वे ही आज उनके खिलाफ खड़े हैं. इसके साथ ही, उन्होंने संघ के संस्कारों का महत्व भी रेखांकित किया, जिसे उन्होंने अपने जीवन में आत्मसात किया है.
वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य
बहरहाल, वसुंधरा राजे का यह बयान वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण माना जा रहा है. राजस्थान की राजनीति में उनकी भूमिका हमेशा से ही अहम रही है और उनके बयान अक्सर राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बनते हैं. उन्होंने इस बयान के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने विरोधियों के खिलाफ मुखर हैं और उनके पास राजनीतिक अनुभव और संघ के संस्कारों का मजबूत आधार है.
HIGHLIGHTS
- वसुंधरा राजे ने इशारों-इशारों में किस पर कसा तंज?
- अपने भाषण में किया मां विजय राजे सिंधिया का जिक्र
- बयान से राजस्थान में गरमाई सियासत
Source : News Nation Bureau