राजस्थान के सीकर में रामपुर गांव में अपनी बात रखने के लिए एक ही परिवार की दो महिलाओं द्वारा जान देनी की कोशिश की गई. दरअसल गांव में 132 जीएसएस केवी की लाइन डालने को लेकर यह पूरा विवाद हुआ. इसके लिए विरोध कर रहे परिवार की एक महिला ने पेड़ पर फांसी लगा ली तथा दूसरी ने पेड़ से कूदने की कोशिश की. विवाद बढ़ता देख पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा विरोध कर रहे लोगों को समझाया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीकर से 10 किमी दूर रामपुरा गांव में झाबरमल की का खेत है. गांव में नए फीडर मे मध्य 33 केवी लाइन डालने का काम शुरू किया है. अजमेर डिस्कॉम साल 2010 में झाबरमल के खेत से लाइन डाल रहा है. वहीं झाबरमल व उनके परिवार का कहना है कि सर्वे के अनुसार यहां से लाइन नहीं डाली जा सकती है जबकि डिस्कॉम उनके खेत में बिजली के पोल लगाकर उनके खेत को नुकसान पहुंचा रहा है. उनका कहना है कि उनके खेत से पहले ही विद्युत लाइन निकल रही है.
यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश: किसानों को बड़ी सौगात देने जा रही कमलनाथ सरकार की ये घोषणा
अब 33 केवी की लाइन और निकाले जाने से वहां बिजली के तारों का जाल बिछ जाएगा तथा खेत खराब हो जाएगा और दुर्घटना की भी आशंका बनी रहेगी. डिस्कॉम को वैकल्पिक रास्ते से लाइन डालनी चाहिए. वहीं डिस्कॉम का कहना है कि वह तय कार्यक्रम और रूट मैप के अनुसार ही कार्य कर रहा है. विभाग का कहना है कि इस काम को बंद करने से हजारों उपभोक्ता प्रभावित होंगे. वहीं झाबरमल का आरोप है जो रूट मैप तैयार हुआ था उसमें उनका खेत नहीं था.
उन्हें परेशान करने के लिए ऐसा किया गया है. झाबरमल ने यहां लाइन डालने को लेकर कोर्ट से स्टे ले लिया था. यह स्टे शुक्रवार को ही हटा था. डिस्कॉम के कर्मचारी यहां शुक्रवार को ही पहुंच गए तथा अपना काम शुरू कर दिया. इसका झाबरमल के परिवार ने विरोध किया. विरोध बढ़ता देख डिस्कॉम अधिकारियों ने पुलिस को बुला लिया. परिवार की दो महिलाएं पेड़ पर चढ़ गईं और जान देने का प्रयास किया. एक ने पेड़ से छलांग लगाने की कोशिश की तथा दूसरी ने फांसी लगा ली लेकिन वक्त रहते मौके पर मौजूद पुलिस व ग्रामीणों ने दोनों को बचा लिया.
हालांकि फांसी लगाने वाली महिला की हालत खराब है. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इसका पता चलते ही एसडीएम व पुलिस के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए तथा मामले को शांत करान का प्रयास किया.
Source : News Nation Bureau