कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में बेरोजगारी को बड़ा मुद्दा बनाया था. राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी सहित अधिकांश नेताओं ने केंद्र सरकार में खाली पड़े 24 लाख से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती को लेकर युवाओं को रिझाने की कोशिश की थी. कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में जिक्र भी किया था कि केंद्र में अगर उनकी सरकार आती है तो यह 24 लाख सरकारी नौकरियां अगले साल 31 मार्च तक पूरी भर दी जाएंगी. लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को इसका फायदा तो नहीं मिला, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस जरूर सत्ता में आ गई.
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दरअसल राजस्थान में भी बेरोजगारी बड़ा मुद्दा रहा है. प्रदेश के सरकारी विभागों में करीब पौने दो लाख पद खाली हैं. ऐसे में प्रदेश के युवाओं को उम्मीद है कि कम से कम राजस्थान में तो सभी सरकारी पद जल्द भर दिए जाएंगे. क्योंकि, यहां कांग्रेस पार्टी की सरकार है. लेकिन फिलाहल कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद राज्य सरकार में 1.56 लाख पद खाली पड़े हैं
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चुनाव से एनवक्त पहले सरकार ने पुलिस कांस्टेबल के 11 हजार पदों पर भर्ती का एलान किया था. पिछली बीजेपी सरकार में निकाली गई भर्तियां भी अभी अटकी हुई है. इसमें कई भर्तियों की तो अभी परीक्षा ही नहीं हुई. जिनकी परीक्षाएं हो चुकी है, उनका परिणाम अभी तक अटका पड़ा है. इसको लेकर जमकर सियासी बयानबाजी हो रही है. प्रदेश में 38 बड़े विभागों में 7,94,183 पद स्वीकृत है. इनमें से 1,56,466 पद खाली पड़े हैं. इसके अलावा भी बड़ी संख्या में ऐसे विभाग है जहां पद खाली हैं. राजस्थान पाठ्यपुस्तक मंडल में 33 साल से भर्ती का इंतजार है.