राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन स्पीकर डॉ. सीपी जोशी के गुस्से के नाम रहा. जोशी का गुस्सा इस हद तक भड़का कि वे आसन छोड़कर चले गए. राज्य की विधानसभा में संभवत इस प्रकार का यह पहला वाकया है. दरअसल, शून्यकाल के दौरान सदन में जब उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अवैध बजरी माफिया का मामला उठाया और सरकार की ओर से जवाब नहीं दिए जाने पर बीजेपी विधायक वॉकआउट कर रहे थे तब संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल बोलने के लिए खड़े हो गए.
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सीपी जोशी ने धारीवाल को बोलने से रोका तो उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार पर इतना बड़ा आरोप लगाया है और आप सरकार को जवाब देने का मौका तक नहीं दे रहे. इस बात पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जो इतनी बढ़ गई कि सीपी जोशी धारीवाल को सदन चलाने की नसीहत देते हुए आसान छोड़कर चले गए. उन्होंने धारीवाल को झिड़कते हुए कहा, ‘मैं चला जाता हू. आप आ जाइए यहां. आप चला लीजिए सदन.’ हालांकि उन्होंने बाद में सदन की कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित करने की घोषणा की. सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो सीपी जोशी की जगह आसान पर राजेंद्र पारीक नजर आए.
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इससे पहले शून्यकाल में ही डॉ. सीपी जोशी उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ पर उखड़ गए. राठौड़ जैसे ही बोलने के लिए खड़े हुए जोशी ने उन्हें बार-बार इस बात की नसीहत दी कि वे उसी मामले का पर बोलें जिसकी उन्होंने पर्ची दी है. इसके बाद राठौड़ ने जोशी के स्वाभाव के बारे में कुछ बोला चाहा तो वे इस पर उखड़ गए. प्रश्नकाल के दौरान भी जोशी कई सदस्यों पर गुस्सा हुए. उन्होंने पूर्व मंत्री और रामगंजमंडी विधायक मदन दिलावर को तय संख्या से अधिक पूरक प्रश्न पूछने पर डांट दिया. जोशी की प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया से कई बार झड़प हुई.
Source : Lal Singh Fauzdar