राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त को लेकर वायरल हो रहे ऑडियो क्लिप मामले में कांग्रेस नेता अजय माकन ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को हटाए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि अब जब गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम एफआईआर में दर्ज हो ही चुका है और उनकी ऑडियो क्लिप में उनकी आवाज भी पहचान ली गई है तो वह केंद्रीय मंत्री के पद पर क्यों बैठे हैं. कांग्रेस की मांग है या तो वह अपना इस्तीफा दें या उन्हें निकाल दिया जाय ताकी वह जांच में कोई बाधा न डाल सकें.
इसी के साथ उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों की पुलिस पर सवाल खड़े किए हैं और पूछा कि आखिर बीजेपी शासित राज्यों की पुलिस राजस्थान पुलिस को भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह के वॉइस सैंपल लेने क्यों नहीं दे रही.
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I heard that he is saying that the voice in the audiotape is not his but of another Gajendra Singh. If it is so, he should give his voice sample & step down from the post until the probe is completed: Congress leader Ajay Maken https://t.co/vXR0ufN5Sq
— ANI (@ANI) July 19, 2020
Why police in BJP-ruled states are not letting Rajasthan Police collect the voice samples of Bhanwarlal Sharma and Vishvendra Singh?: Congress leader Ajay Maken in Jaipur
— ANI (@ANI) July 19, 2020
अजय माकन ने कहा, मैंने सुना है कि गजेंद्र सिंह कह रहे हैं कि ऑडियोटेप में आवाज उनकी नहीं बल्कि किसी और गजेंद्र सिंह की है. अगर वाकई ऐसा है तो उन्हें अपनी आवाज का सैंपल देना चाहिए जांच होने तक अपनी पोस्ट से इस्तीफा दे देना चाहिए.
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वहीं दूसरी ओर सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बगावत करने के बाद राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घमासान के बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने रविवार को दल बदलने वाले सभी जन प्रतिनिधियों के पांच साल तक किसी सरकारी पद पर रहने और अगला चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगाने के लिए दल-बदल विरोधी कानून में संशोधन की मांग की है. कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने यह भी कहा कि निर्वाचित सरकारों को सत्ता से बाहर करने के लिए 'भ्रष्ट तरीकों के वायरस' के खिलाफ 'एंटीबॉडीज' संविधान की दसवीं अनुसूची (दल-बदल विरोधी कानून) के संशोधन में निहित हैं.
कपिल सिब्बल की यह टिप्पणी सचिन पायलट के अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ खुले तौर पर बगावत करने के मद्देनजर आई है. पायलट को इस सप्ताह राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया. कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त में शामिल होकर गहलोत सरकार को गिराने की कोशिशें करने का आरोप लगाया है.