Rajasthan News : राजस्थान विधानसभा का आखिरी सत्र काफी हंगामेदार रहा है. मंत्रिमंडल से बर्खास्त राजेंद्र सिंह गुढ़ा लाल डायरी से खुल खुलासा करना चाहते थे, लेकिन उन्हें बोलने का समय नहीं दिया गया. इस पर वे विधानसभा स्पीकर के आसान के सामने आकर लाल डायरी दिखाने लगते हैं, जिसे लेकर हंगामा हो गया. इसके बाद राजेंद्र गुढ़ा को मार्शल के जरिये बाहर निकाल दिया जाता है. विधानसभा में न बोलने देने और मंत्री पद से बर्खास्त होने पर राजेंद्र सिंह गुढ़ा काफी भावुक हैं और दो दिन से राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं.
राजस्थान के पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा झुंझुनूं में मीडिया से बातचीत करते हुए भावुक नजर आए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने मेरे साथ नाइंसाफी की है, अन्याय किया है. मुझे इस मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया. वे मुझसे इस्तीफा मांग लेते, मुझे नोटिस दे देते या मुझे बता देते पर उन्होंने सीधा बर्खास्त कर दिया. मुझे विधानसभा में वक्तव्य नहीं देने दिया गया... सभी मंत्रियों का नार्को टेस्ट कराना चाहिए, 60 प्रतिशत से अधिक मंत्री दोषी पाए जाएंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो मैं सदा के लिए राजनीति छोड़ दूंगा.
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आपको बता दें कि इससे पहले सोमवार को विधानसभा से निकाले जाने के बाद राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि 50 लोगों ने मुझ पर हमला किया है, लात मारी, मुक्का मारा और फिर कांग्रेस के नेताओं ने मुझे विधानसभा से निकाल दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि मुझे विधानसभा में बोलने के लिए वक्त नहीं दिया गया. मैं यह जानता चाहता हूं कि आखिर मेरी क्या गलती है, जिसके लिए मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया गया है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लाल डायरी को लेकर गहलोत सरकार पर निशाना साधा है.
Source : News Nation Bureau