कांग्रेस के बाद अब बीजेपी को भी राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections) में क्रॉस वोटिंग का डर सताने लगा है, तभी तो पार्टी ने अपने विधायकों को बसों में भरकर टोंक रोड स्थित निजी होटल क्राउन प्लाजा में शिफ्ट कर दिया. हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधराराजे बीजेपी की इस बाड़ेबंदी में नहीं पहुंचीं. राजे धौलपुर स्थित अपने महल में ही हैं. बीजेपी के साथ सहयोगी दल आरएलपी के 3 विधायक भी बीजेपी विधायकों के साथ बाड़ेबंदी में रहेंगे. 3 सीटों के लिए हो रहे राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने दो-दो प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. बीजेपी ने राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को उतारा है.
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राज्यसभा चुनाव को लेकर विधायक दल की बैठक के बाद भाजपा के सभी विधायकों को बसों में बैठाकर होटल में भेज दिया गया. 19 जून को राजस्थान में राज्यसभा की 3 सीटों के लिए चुनाव होने हैं. विधायकों की संख्या बल के हिसाब से भाजपा की एक सीट पक्की है, जबकि एक और सीट जीतने के लिए भाजपा ने ओंकार सिंह लखावत को मैदान में उतारा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा, हमने अपने विधायकों को प्रशिक्षण और ऐसे अन्य उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए एक महीने पहले ही एक रिसॉर्ट में स्थानांतरित करने का फैसला कर लिया था. विधायक होटल में दो दिनों तक रहेंगे.
उन्होंने कहा, हमारे विधायकों को अगले दो दिनों के लिए मतदान और कानून के मुद्दों पर प्रशिक्षित किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 18 जून को जयपुर पहुंचेंगी और विधायकों से मिलेंगी. इस बीच सूत्रों से पता चला है कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों को राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है, क्योंकि दोनों दलों के पास 20-30 नए विधायक हैं, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में कभी मतदान नहीं किया है. लिहाजा मतदान पैटर्न पर एक पूर्वाभ्यास किया जाएगा और भाजपा गठबंधन के सहयोगी आरएलपी विधायक भी इसमें शामिल होंगे. वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने पहले ही विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए एक होटल में ठहरा रखा है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि दो सीटों पर पार्टी के ही प्रत्याशी चुनाव जीतेंगे.
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राजस्थान में राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग की बात करें तो इसका डर होना लाजिमी है. पहले भी तीन बार राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग हो चुकी है. पिछली वसुंधरा सरकार में भाजपा खेमे के 2 क्रॉस वोट डाले गए थे. 2004 में तत्कालीन गहलोत सरकार में भी 6 क्रॉस वोट डाले गए थे. 1993 में भी तत्कालीन भाजपा सरकार में भी क्रॉस वोटिंग की सेंधमारी हुई थी.
Source : News Nation Bureau