चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को निरंतर मजबूत किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि आक्सीजन के साथ रेमडेसिविर की बढ़ती मांग और उसकी आपूर्ति का भी बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा रहा है. आरएमसीएल ने 7 मई को प्रदेश के अलग अलग जिलों में कुल 28 हजार से अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति की है. डॉ शर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने राजस्थान को 9 मई तक के लिए 1 लाख 41 हजार 600 रेमडेसिविर इंजेक्शन का आवंटन निर्धारित किया है, जबकि प्रदेश में संक्रमितों की तेजी से बढ़ रही है और हमें अधिक इंजेक्शनों की आवश्यकता है. इसी के चलते आरएमएससीएल ने स्वयं के स्तर पर व्यापक प्रयास कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की भी खरीद की है. इसके बाद प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा करीब 2 लाख 48 हजार हो गया है.
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि रेमडेसिविर के अलावा गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए 340 टोसिलीजुमेब इंजेक्शन का भी प्रदेश के सभी जिलों में किया जा चुका है. इन इंजेक्शन की कालाबाजारी पर पूर्णतया रोक लगाने के लिए रेमडेविर इंजेक्शन का आवंटन निजी व सरकारी अस्पतालों को जिला स्तर पर गठित कमेटी की सिफारिश पर सीधा आरएमएससीएल द्वारा किया जा रहा है.
आरएमएससीएल के प्रबंध निदेशक श्री आलोक रंजन ने बताया कि 7 मई को अजमेर को 1 हजार 600, भीलवाड़ा को 600, नागौर को 450, टोंक को 160, बीकानेर को 1 हजार 600, चूरू को 300, गंगानगर 150, हनुमानगढ़ 320, जयपुर 7 हजार 200, अलवर 800, दौसा 200, झुंझुनू 450, सीकर 570, करौली 240, भरतपुर 560, धौलपुर 350, सवाई माधोपुर 370, जोधपुर 2 हजार 500, बाड़मेर 800, जैसलमेर 200? जालौर 300, पाली 700, सिरोही 500, कोटा 2 हजार, बारां 350, बूंदी 320, झालावाड़ 800, उदयपुर 1 हजार 600, बांसवाड़ा 400, चित्तौडगढ़ 460, डूंगरपुर 600, प्रतापगढ़ 240 व राजसमंद को 480 रेमडेसिविर इंजेक्शन दिए गए.
HIGHLIGHTS
- रेमडेसिविर की बढ़ती मांग और उसकी आपूर्ति का भी बेहतर तरीके से प्रबंधन किया जा रहा है
- प्रदेश में संक्रमितों की तेजी से बढ़ रही है और हमें अधिक इंजेक्शनों की आवश्यकता है
- प्रदेश में रेमडेसिविर इंजेक्शन का कोटा करीब 2 लाख 48 हजार हो गया है
Source : News Nation Bureau