राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट पर तीखा हमला किया है. सोमवार को अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट निकम्मे थे, नाकारा थे. उन्होंने कांग्रेस के पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है. अशोक गहलोत के इस बयान पर बवाल मच गया.
सचिन पायलट को निकम्मा कहने पर सीएम गहलोत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. दौसा में सीएम अशोक गहलोत का पुतला फूंका गया. दौसा के गांधी तिराहे पर गहलोत का पुतला फूंका गया. सचिन पायलट समर्थक ने कहा कि सीएम गहलोत ने अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया है.
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सीएम गहलोत ने सचिन पायलट पर वार करते हुए कहा था कि सचिन पायलट ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है, उन्हें काफी कम उम्र में बहुत कुछ मिल गया था. सीएम ने कहा कि उन्हें पता था कि सचिन पायलट नाकारा थे. निकम्मे थे. लेकिन मैं यहां बैंगन बेचने नहीं आया हूं, मुख्यमंत्री बनकर आया हूं. हम नहीं चाहते हैं कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोले, सभी ने उनको सम्मान दिया है.
इधर सचिन पायलट ने कहा कि मैं दुखी हूं, लेकिन मेरे खिलाफ लगाए जा रहे ऐसे बेबुनियाद और ज़बरदस्त आरोपों के प्राप्त होने पर आश्चर्यचकित नहीं हूं. दरअसल कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंग ने सचिन पायलट पर 35 करोड़ रिश्वत ऑफर करने का आरोप लगाया है.
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सचिन पायलट ने कहा, ' यह पूरी तरह से मुझे बदनाम करने और राज्य के पार्टी नेतृत्व के खिलाफ, विधायक और विधायक के रूप में मेरे द्वारा उठाए गए वैध चिंताओं को रोकने के लिए किया गया है. इस प्रयास का उद्देश्य मुझे बदनाम करना और अपनी विश्वसनीयता पर हमला करना है.
Source : News Nation Bureau