राजस्थान के टोंक जिले के कोतवाली थाना इलाके के मोतीबाग निवासी युवक दानिश को सऊदी अरब में रोजगार दिलाने के नाम पर ट्रेवल एजेंटों ने लाखों रुपया लेकर ठग लिए. इस कारण दानिश को सऊदी अरब में प्रताड़ित किया जा रहा है. उसने सऊदी अरब से वाट्सएप पर अपनी आपबीती भेजी है. उसका आरोप है कि टोंक और मुंबई के ट्रेवल एजेंटों ने 2 लाख रुपये की राशि लेकर उसे चौकीदार का काम करने के लिए भेजा था, लेकिन वहां उससे बेलदारी कराई जा रही है. काम करने के लिए उसे बंधक बना लिया गया है. विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां दी जा रही है.
दानिश के परिजन 15 दिनों से बेटे को न्याय दिलाने के लिए टोंक कोतवाली से लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सऊदी दूतावास तक के चक्कर काट चुके हैं. टोंक कोतवाली पुलिस ने अब तक एफआईआर तक दर्ज नहीं की. दानिश के पिता इरशाद खान और मां परवीन ने बताया कि दानिश को एजेंसियों ने सउदी अरब में चौकीदारी के काम के लिए भेजा था. ट्रेवल एजेंटों ने उनसे दो लाख रुपए ले लिए. अब हालत यह है कि बेटे से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है. वो अरब में परेशान हाल है. उससे वहां बेलदारी कराई जा रही है और वेतन भी नहीं दिया जा रहा है. जबकि उसे यहां बोला गया था कि 1500 रियाल प्रतिमाह मिलेंगे. एजेंट अब बोल रहे हैं कि यह उनकी जिम्मेदारी नहीं है, दानिश के पिता ने एजेंटों पर दो लाख हड़पने का आरोप लगाते हुए बेटे को प्रताडना से बचाने के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
क्या है कबूतरबाजी
एजेंटों द्वारा मूर्ख बनाकर विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपए ठगने कबूतरबाजी कहते हैं. फ़र्ज़ी तरीके से विदेशों में जॉब, एडमिशन व बिज़नेस के सब्जबाग दिखाकर मोटी रकम ऐंठी जाती है. पूरे मामले की पड़ताल करने पर पता चला कि 15 दिन पहले दिए गए परिवाद को कोतवाल बीएल मीना ने अब तक दर्ज नहीं किया. साथ ही एसपी योगेश दाधीच के आदेशों की भी परवाह नहीं की. अब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अवनीश कुमार शर्मा पूरे मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं और दावा कर रहे हैं कि जल्द ही मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Source : पुरुषोत्तम जोशी