उदयपुर पुलिस महकमे में इन दिनों कोटड़ा थाने में तैनात थानेदार धनपत सिंह का प्री-वेडिंग शूट काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. यह चर्चित वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से प्रदेश की कानून व्यवस्था के आईजी हवा सिंह घुमरिया तक भी पहुंच गया, जिसपर उन्होंने एक आदेश जारी कर पुलिस कर्मियों को वर्दी में इस तरह का फोटो या वीडियो शूट नही करने की हिदायत दी है. दरअसल कोटड़ा थाने के थानेदार धनपत सिंह ने करीब दो-ढाई महीने पहले अपनी होने वाली पत्नी के साथ प्री वेडिंग शूट करवाया था.
इस वीडियो में थानेदार जी की पहली मुलाकात ट्रैफिक पुलिस चेकिंग के दौरान उनकी होने वाली पत्नी से होती है. जब थानेदार कांस्टेबल के साथ खड़े होकर वाहन चालकों को रोकते हे, तभी उनकी होने वाली पत्नी बिना हेलमेट लगाए स्कूटी चलाकर आ रही होती है, उसे कांस्टेबल रोकता है और चालान भरने के लिए पास में खड़े थानेदार से बात करने को कहता है. इस दौरान वीडियो में लड़की थानेदार जी की जेब को गर्म करते हुए 500 का नोट बड़े ही रोमांटिक अंदाज में रखती है. इसके बाद वीडियो में रियल लाइफ के थानेदार 500 रूपये के रिश्वत की नोट को बड़े ही इत्मिनान से हाथों में लेकर चूमते हैं. रील लाइफ के इस सीन के बाद थानेदार जी की रियल लाइफ में जरुर बवाल बनता दिख रहा है.
इस मामले में जयपुर में तैनात आईजी लॉ एंड ऑर्डर डॉ. हवा सिंह घूमरिया ने राज्य के सभी एसपी और पुलिस उपायुक्त को आदेश जारी कर इस प्री-वेडिंग शूट को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. इस वीडियो में पुलिसकर्मी अपनी होने वाली पत्नी की गाड़ी रूकवाकर उससे रिश्वत लेकर अपनी वर्दी की जेब में रखते हुए दिखाया गया है. विभाग के ही नवनियुक्त पुलिसकर्मी द्वारा ऐसा वीडियो बनवाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इससे पुलिस महकमे की छवि धूमिल होती है ऐसे में आदेश दिया जाता है कि पुलिस वर्दी के कोड ऑफ कंडक्ट को ध्यान में रखते हुए भविष्य में ऐसे किसी भी प्रकार के प्री वेडिंग शूट में पुलिस वर्दी का उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर कानूनी कार्यवाही की जाए.
अब थानेदार जी के इस वीडियो में दिख रहे 500 रुपये के नोट को चालान राशि माना जाए या रिश्वत......ये देखने वाले के नजरिए पर निर्भर करता है. वही इस मामले के सामने
आने के बाद जिला पुलिस के कप्तान कैलाश विश्नोई ने भी इस पर संज्ञान लेते हुए कोटडा थानाधिकारी धनपत सिंह पर विभागीय जांच करने का निर्णय लिया हे ताकि आगे कोई भी पुलिस कर्मी इस तरह की बात वापस दोहरा न सके. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किये गये आदेश को लेकर भी एसपी ने सभी अधीनस्थ कर्मचारियों और अधिकारियो को इससे अवगत करा दिया हे की पुलिस की वर्दी का उपयोग सिर्फ गरिमामयी जगहों पर ही इस्तेमाल करे.
Source : अजय शर्मा