गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने शनिवार को भी अपना आंदोलन जारी रखा, जिसके कारण दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग लगातार दूसरे दिन भी प्रभावित रहा. नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में पांच प्रतिशत आरक्षण के लिए गुर्जर आंदोलन कर रहे हैं. कर्नल किरोड़ी सिंह मीणा के नेतृत्व में गुर्जर समुदाय के लोग मलारना और निमोदा रेलवे स्टेशनों के बीच रेल पटरी को लगातार बाधित किए हुए हैं, जिसके कारण मुंबई-दिल्ली मार्ग पर रेल गाड़ियों का संचालन बाधित है.
निजामुद्दीन-इंदौर एक्सप्रेस और देहरादून एक्सप्रेस सहित कई अन्य रेलगाड़ियां रद्द कर दी गईं. इन मार्गो पर यात्रा करने वालों को आंदोलन के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. रेलगाड़ियां रद्द होने और मार्ग बदले जाने के कारण दूसरे राज्यों के यात्रियों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
पटना-अहमदाबाद रेल मार्ग को बदल दिया गया है और जयपुर बयाना एक्सप्रेस को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है. हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर मार्ग को भी बदल दिया गया है.
इसी तरह, फिरोजपुर कैंट-मुंबई रेलगाड़ी, अहमदाबाद-श्री विष्णु देवी कटरा रेलगाड़ी, मुंबई सेंट्रल-अमृतसर रेलगाड़ी का मार्ग भी बदला गया है.
दिल्ली से आने वाली रेलगाड़ियों को बयाना में रोक दिया गया है.
गुर्जरों द्वारा जारी आंदोलन के कारण हिंडौन-करौली मार्ग पर रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो चुका है.
राजस्थान सरकार ने गुर्जर नेताओं के साथ बातचीत शुरू करने के लिए शुक्रवार देर रात तीन सदस्यीय मंत्री समिति का गठन किया.
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समिति में राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह और सामाजिक न्याय मंत्री भंवरलाल मेघवाल शामिल हैं. समिति में आईएएस अधिकारी नीरज के पवन भी शामिल हैं.
भरतपुर, करौली, सवाई माधोपुर, दौसा और टोंक में हिंसा और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में व्यवधान को रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
Source : IANS