राजस्थान पुलिस के इंटेलिजेंस विंग ने ISI के दो जासूसों को शनिवार रात गिरफ्तार किया है. दोनों जासूस भीलवाड़ा और पाली में स्थानीय एजेंट्स थे. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के अफसरों के इशारों पर इंडियन आर्मी की सूचनाएं भेज रहे थे. जासूस भारतीय जवानों को फंसाने के लिए लड़कियों के नाम से अकाउंट बनाकर फ्रेंडशिप करते थे. जासूसों के बैंक अकाउंट में UPI से पैसा ट्रांसफर होने का भी खुलासा हुआ है. राजस्थान CID पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की ओर से राज्य में की जाने वाली जासूसी गतिविधियों पर निगरानी रख रही है. इसे ऑपरेशन 'सरहद' नाम दिया गया है. ऑपरेशन के तहत 6 प्रकरण दर्ज कर जासूसों को पकड़ा गया है.दरअसल हाल में 10 लोगो को जासूसी के शक में पकड़ा था,,पूछताछ के बाद 2 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है.
इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर भीलवाड़ा के बेमाली निवासी नारायण लाल गाडरी (27) को भीलवाड़ा और विराटनगर जयपुर के गांव सूरजपुरा निवासी कुलदीप सिंह शेखावत (24) को जैतारण पाली से गिरफ्तार किया गया है. कुलदीप सिंह शेखावत जैतारण में आनन्दपुर-कालू में शराब दुकान पर सेल्समैन है. दोनों के सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पाकिस्तान खुफिया एजेंसी से कॉन्टैक्ट होने की जानकारी मिली थी. पिछले काफी समय से दोनों पर लगातार नजर रखी जा रही थी.
फर्जी आईडी से जारी करवाता था सिम कार्ड
पूछताछ में सामने आया है कि नारायण लाल गाडरी पाकिस्तानी जासूसी एजेंसियों के कांटेक्ट में था. पैसों के लालच में पाक हैंडलिंग अफसरों के चाहने पर विभिन्न मोबाइल कंपनियों के सिम कार्ड जारी करवाता था. पाक हैंडलिंग अफसर उन सिम से सोशल मीडिया अकाउंट चलाते हैं. उन मोबाइल नम्बरों पर सेना से संबंधित गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था.
कुलदीप सिंह शेखावत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला हैंडलिंग अफसर के संपर्क में था. अफसर के कहे जाने पर फर्जी महिला के नाम से और फर्जी सैन्यकर्मी बनकर सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाकर भारतीय जवानों से दोस्ती करता. दोस्ती कर उनसे भारतीय सेना से संबंधित गोपनीय सूचनाएं प्राप्त कर पाक महिला अफसर को उपलब्ध करवा रहा था.
Source : Lal Singh Fauzdar