उदयपुर हत्याकांड (Udaipur Murder Case) को लेकर मंगलवार को शहर में कई जगहों पर छापेमारी की गई. एनआईए की टीम ने मंगलवार को शहर के कई इलाकों से सबूत जुटाए. इस बार एनआईए की टीम अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों (Anjuman Committee officials) के घर पर पहुंची. यहां पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान कमेटी के कुछ अधिकारियों से पूछताछ के लिए उन्हें ले गई. हालांकि शाम तक पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया. इससे पहले एनआईए की टीम दो दिन पहले उदयपुर पहुंची थी. टीम ने मंगलवार सुबह से अपनी कार्रवाई शुरू कर दी. एनआईए की टीम ने जिन ठिकानों पर दबिश दी गई है, वहां से उन्हें कुछ अहम सामग्री मिली है. रिपोर्ट के अनुसार, एनआईए ने उनको जब्त कर लिया है. टीम ने अंजुमन कमेटी के नौ लोगों के यहां पर छापेमारी की.
विवादित नारों की हो रही है जांच
एनआईए की टीम 20 जून को उदयपुर में निकाले जुलूस और उसमें लगे आपत्तिजनक नारों को लेकर जांच कर रही है. मंगलवार को जिन लोगों से पूछताछ हुई उनसे भी इसी जुलूस से जुड़े प्रश्न पूछे गए थे. एनआईए की ओर से पूछे सवालों में 20 जून का जुलूस कहां तक निकला, जुलूस में कितने लोग मौजूद थे और जिला कलक्ट्रेट पर कितनी देर तक प्रदर्शन हुआ, इस तरह के सवालों को शामिल किया गया. प्रदर्शन के दौरान विवादित नारे भी लगाए गए. इस दौरान सभी आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की.
मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी को लिया रिमांड पर
अभी तक एनआईए ने दो मुख्य आरोपियों सहित कुल सात आरोपियों को पकड़ा है. सभी की रिमांड अवधि खत्म हो चुकी थी, इसलिए मंगलवार को उनको जयपुर की अदालत में पेश किया गया. वहां से अदालत ने एनआईए की मांग पर दोनों मुख्य आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज अत्तारी के साथ फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बाबला को दोबारा से रिमांड पर भेज दिया है. शेष चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- टीम ने अंजुमन कमेटी के नौ लोगों के यहां पर छापेमारी की
- एनआईए की टीम दो दिन पहले उदयपुर पहुंची थी
- जुलूस और आपत्तिजनक नारों को लेकर जांच कर रही है