केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह ने फोन टैपिंग मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, फोन टैपिंग मामले में जिस दिन फोन टैपिंग का जिन्न बाहर निकल गया है. जिस दिन दिल्ली पुलिस की इंक्वायरी लॉजिकल एंड पर पहुंच गई उस दिन राजस्थान की सरकार भी रामकृष्ण हेगड़े की सरकार की तरह गिर जाएगी. उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली पुलिस की इंक्वायरी के बाद साल 1978 में जैसे अमेरिका में निक्सन की सरकार गिरी थी वैसे ही यह सरकार भी धाराशायी हो जाएगी. फोन टैपिंग को लेकर शेखावत ने तत्कालीन गृहमंत्री पर भी हमला बोला. वहीं महेश जोशी द्वारा भगोड़ा कहने और पोस्टर लगाने के मामले में कहा, आखिर भगौड़ा कौन है, मैं तो राजस्थान पुलिस की शरण में ही हूं राजस्थान के दौरे पर हूं, राजस्थान के SP, कलेक्टर औपचारिक मुलाकात कर रहे हैं. राजस्थान के डिप्टी SP और ADM प्रोटोकॉल में मेरे साथ चल रहे हैं फिर भगौड़ा कौन हुआ?
इसके पहले बुधवार को फोन टैपिंग केस को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधा था. शेखावत ने कहा था कि जिनके अपने घर शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकने चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्य सचेतक महेश जोशी को अनर्गल बयानबाजी के बजाय दिल्ली पुलिस के समक्ष अपनी सफाई पेश करनी चाहिए. बुधवार रात अपने बयान में शेखावत ने कहा कि यह बात जगजाहिर है कि अपनी कुर्सी बचाए रखने के लिए राज्य के मुखिया अशोक गहलोत ने फोन टैपिंग का सहारा लिया. अपने ही विधायकों के फोन टैप कराए. विरोधी पक्ष के नेताओं के फोन कराए गए. गहलोत जी की सरकार शुरू से विग्रह का शिकार है और ऐसे हथकंडे अपना रही है.
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले साल फोन टैपिंग को लेकर इन्होंने अपने नेताओं और यहां तक मीडिया कर्मी तक पर केस दर्ज कराया था. हाल में कांग्रेस के एक विधायक ने सरकार पर विधायकों के फोन टैप कराने का आरोप लगाया. आश्चर्यजनक बात यह है कि एक तरफ गहलोत जी फोन टैपिंग की बात से मुकरते हैं और दूसरी तरफ उनके करीबी व वरिष्ठ मंत्री विधानसभा में इस बात को स्वीकार कर लेते हैं. शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि झूठ कौन बोल रहा है, वो या उनके वरिष्ठ मंत्री.
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सीएम के ओएसडी को 6 अगस्त तक हाईकोर्ट से राहत मिल चुकी
क्राइम ब्रांच में दर्ज एफआईआर को लेकर लोकेश शर्मा पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट चले गए थे. कोर्ट ने 6 अगस्त तक अगली सुनवाई का समय दिया और क्राइम ब्रांच को तब तक के लिए कोई भी कार्रवाई नहीं करने को कहा था.
दिल्ली क्राइम ब्रांच अब कई नेताओं और अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुलाएगी
महेश जोशी को नोटिस मिलने के बाद अब दिल्ली क्राइम ब्रांच कांग्रेस के कुछ नेताओं, अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है. गहलोत सरकार का मैनेजमेंट संभालने वाले कई नेताओं को पूछताछ का नोटिस मिलना तय माना जा रहा है. कई पुलिस अफसरों करो भी नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- राजस्थान में फिर निकला फोन टैपिंग का जिन्न
- शेखावत ने राजस्थान सरकार पर बोला हमला
- दिल्ली पुलिस की जांच के बाद गिर जाएगी सरकार!