देश में एक तरफ कोरोना के मामलों में गिरावट आ रही है तो दूसरी तरफ कई राज्यों में वैक्सीनेशन को लेकर राजनीति हो रही है. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर टीकाकरण को लेकर निशाना साधा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर गहलोत जी आप व्यवस्था दुरुस्त करने पर जोर लगाएंगे तो वैक्सीन पॉलिटिक्स करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पहले दिन से आज तक गहलोत ने मूल काम छोड़कर आरोप गढ़ने में रुचि ली है. कोविड वैक्सीन की 11.5 लाख डोज बर्बाद करने के बाद कह रहे हैं कि वैक्सीन का इंतजाम नहीं हुआ.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने गहलोत को 'कांग्रेस का जेलर' करार दिया
गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा और उन्हें कांग्रेस का जेलर करार दिया था. दरअसल, असम विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग खत्म होने के बाद कांग्रेस और गठबंधन के नेताओं के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से किसी भी तरह की खरीद-फरोख्त की आशंका से बचने के लिए एयूआईडीएफ के नेताओं को राजस्थान भेजा गया, जिस पर शेखावत ने गहलोत पर कटाक्ष करते हुए उन्हें जेलर करार दिया है.
एआईयूडीएफ के एक दर्जन से अधिक नेता एक पांच सितारा रिसॉर्ट में डेरा डाले हुए हैं और कांग्रेस के नेताओं ने पुष्टि की कि वे जब तक चाहेंगे, तब तक यहां रहेंगे. इस पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था कि अशोक गहलोत कांग्रेस के बाड़ेबंदी एक्सपर्ट मुख्यमंत्री बन चुके हैं.
केंद्रीय मंत्री शेखावत ने हिंदी में किए गए अपने एक ट्वीट में कहा था कि अशोक गहलोत कांग्रेस के बाड़ेबंदी एक्सपर्ट मुख्यमंत्री बन चुके हैं. असम में अभी नतीजे आए नहीं हैं और कांग्रेस को हार का भूत डराने लगा है. असम के अपने और सहयोगी दल के प्रत्याशियों को राजस्थान लाकर पार्टी ने एक बार फिर बाड़ेबंदी का सहारा लिया है.
एक अन्य ट्वीट में भाजपा नेता ने कहा, वैसे मुख्यमंत्री जी का मुख्य काम यही है। फाइव स्टार सेवाओं का बाड़ा बनाकर अपने ही नेताओं को कैद करना. इस बार तो दूसरी पार्टी के नेताओं को भी बंदी बना लिया गया है. गहलोत जी को कांग्रेस का जेलर कहना ही सही होगा.
Source : News Nation Bureau