जोधपुर (Jodhpur) की महानगर कोर्ट में शुक्रवार को एक अनोखे मामले में सुनवाई हुई. इस सुनवाई के दौरान एक गाय को कोर्ट में पेश किया गया. यह पूरा मामला गाय के मालिकाना हक को लेकर था. अब इस मामले में 15 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी.
दरअसल, एक शिक्षक श्याम सिंह और एक कांस्टेबल ओमप्रकाश के बीच गाय के मालिकाना हक को लेकर अगस्त 2018 से एक विवाद चल रहा है. इस मामले को लेकर मंडोर थाने में केस दर्ज किया गया. हालांकि थाना अधिकारी ने अपने स्तर पर इस मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन उनसे यह विवाद सुलझ नहीं पाया.
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थाना अधिकारी ने विवाद निपटारे के लिए गाय को बीच में खड़ा कर एक तरफ शिक्षक श्याम सिंह और दूसरी तरफ ओम प्रकाश को खड़ा किया. इन दोनों से गाय को आवाज देने के लिए कहा, लेकिन गाय दोनों की तरफ नहीं गई. इस पर एक पक्ष ने यह दावा किया कि अब मेरी गाय ब्याने वाली है और जब यह दूध देगी तो अपना दूध खुद पीती है. इस पर गाय को मंडोर गौशाला में रखा गया. साथ ही वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए ताकि जब गाय दूध ना लगे तो यह देखा जा सके कि गाय खुद का दूध खुद पीती है या नही ? लेकिन इस जुगाड़ से भी काम नहीं बना.
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आखिर आज मामला कोर्ट तक पहुंचा और गाय को आज कोर्ट तक लाया गया. पीठासीन अधिकारी मदन चौधरी अपनी कोर्ट से बाहर आए और गाड़ी में खड़ी गाय के आसपास दोनों फरियादियों को खड़ा किया. इसके बाद जज ने बारी-बारी से दोनों को गाय को पकड़कर सहलाने और घुमाने का मौका दिया. इस दौरान न्यायाधीश इस पूरी प्रक्रिया को खुद ऑब्जर्वर कर रहे थे. इस मामले में दोनों पक्षों के बयान दर्ज कराए गए. समय अभाव के कारण इस मामले में सुनवाई के लिए अब न्यायाधीश ने 15 अप्रैल का समय दिया है.
Source : News Nation Bureau