राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहलू खान की पीटकर की गई हत्या के मामले की जांच में खामियों के लिए पूर्ववर्ती मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सरकार को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उनकी सरकार ने मामले की फिर से जांच के लिए एसआईटी गठित की है. गहलोत ने यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने पहलू खान मामले में चार जांच अधिकारी बदले थे. उन्होंने कहा, "तथ्य यह है कि हम हाल ही में भीड़ हिंसा के खिलाफ राजस्थान में एक कानून लाए हैं. राजस्थान ऐसा कानून लाने वाला मणिपुर के बाद दूसरा राज्य है."
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गहलोत ने कहा, "हमने गंभीर मामलों की त्वरित प्रभावी जांच सुनिश्चित करने के लिए जघन्य मामला निगरानी इकाई भी बनाने का फैसला लिया है जो अवर महानिदेशक (अपराध) की देखरेख में काम करेगी."उन्होंने कहा कि अलवर की अदालत द्वारा पहलू खान मामले के सभी आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी किया गया है. गहलोत ने कहा कि पहलू खान की पीटकर हत्या की खबर पहली अप्रैल, 2017 को आई, जबकि प्राथमिकी 16 घंटे बाद दर्ज की गई और शव की चिकित्सीय जांच चार दिन बाद की गई.
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आरोपियों की गिरफ्तारी में कोई मुस्तैदी नहीं दिखाई गई. तीन अलग-अलग अधिकारियों ने जांच की और तीनों आरोपियों के बारे में किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे, इसलिए कोई गिरफ्तारी नहीं हुई. यहां तक कि जिस मोबाइल से उस घटना को फिल्माया गया, उसे जब्त नहीं किया गया. उन्होंने कहा, "अब हमारी सरकार इस दिशा में कड़ा कदम उठा रही है. हमने विशेष जांच टीम गठित की है, जो 15 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी."