उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक मां की ममता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां पति से विवाद के चलते उसने अपने दो महीने के बेटे को तालाब में फेंक दिया. इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि एक मां अपने बच्चे के साथ ऐसा कैसे कर सकती है.
विवाद की शुरुआत
यह घटना तब शुरू हुई जब चांदनी, जो अपने पति सलीम से दिल्ली में मिलने गई थी, ने गुजारा भत्ता और तलाक की बात पर अपने पति से बहस की. सलीम ने चांदनी को धमकी दी कि यदि वह अपना बच्चा लौटा देगी, तो वह उसे तलाक दे देगा. इस बात ने चांदनी को मानसिक तनाव में डाल दिया, जिससे वह परेशान होकर अपने घर लौट आई.
अपराध का अंजाम
रात 8 बजे, चांदनी ने अपने दो महीने के बेटे हुसैन को मेवानवाड़ा रोड पर स्थित तालाब में फेंक दिया. इसके बाद वह घर लौट आई और जब परिजनों ने बच्चे के बारे में पूछा, तो उसने सीधे तौर पर कहा कि उसने बच्चे को तालाब में फेंका है.
शव का अनोखा निपटारा
चांदनी के भाई और बहन तालाब पर गए और बच्चे का शव बाहर निकाला. लेकिन तब तक बच्चे की डूबने से मौत हो चुकी थी. फिर चांदनी ने बच्चे के शव को झाड़ियों के पास कूड़े के ढेर में फेंक दिया और खुद फरार हो गई.
पुलिस की जांच
जब चांदनी ने पुलिस को बताया कि कुछ लोगों ने उसका बच्चा छीन लिया था, तो पुलिस ने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया. सीसीटीवी फुटेज से यह स्पष्ट हुआ कि वह अपने बच्चे को तालाब में फेंककर आई थी. सख्ती से पूछताछ के दौरान, चांदनी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
एसपी का बयान
पुलिस अधीक्षक अभिषेक झा ने बताया कि महिला ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है और अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया. मामले की गहराई में जाकर पुलिस यह जानना चाहती है कि उसके पीछे असली वजह क्या थी.