गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत विपक्ष के निशाने पर हैं. विपक्षी नेताओं ने उनपर राज्य में बढ़ते कर्ज, बिगड़ती कानून व्यवस्था और जनता के पैसे के गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री सावंत के खिलाफ गोवा के प्रमुख विपक्षी नेता और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई और आम आदमी पार्टी के गोवा अध्यक्ष अमित पालेकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी नाराजगी जताई है.
दरअसल, गोवा सरकार की छवि खराब करने वाला एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इस वीडियो को गोवा से बाहर यानी किसी दूसरे राज्य से वायरल किया गया था. गोवा सरकार ने इसकी जानकारी हासिल की तो पता चला कि यह वीडियो हरियाणा से शेयर किया गया है. जिसके बाद गोवा सरकार ने पुलिस को जांच के लिए हरियाणा भेजा. सरकार के इस कदम की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की. विपक्षी नेताओं ने कहा कि यह राज्य के संसाधनों का गलत इस्तेमाल है, जबकि गोवा इन दिनों कई अन्य चुनौतियों का सामना कर रहा है. वायरल वीडियो पर विपक्ष का दावा है कि इससे सरकार को बदनाम नहीं किया जा रहा है. सरकार राज्य की अन्य समस्याओं को दरकिनार कर सरकारी पैसे पर पुलिस टीम को हरियाणा भेज दी है. सरकार अपना महिमांडन के लिए इस तरह का काम कर रही है.
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष ने उठाए सबसे पहले सवाल
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष विजय सरदेसाई ने सबसे पहले इस मामले को खुलासा किया. उन्होंने एक के बाद एक पोस्ट के जरिए सरकार के मंशा पर सवाल खड़े किए. उन्होंने सरकार पर राजनीतिक उद्देश्य के लिए करदाताओं के पैसे का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है. कानून व्यवस्था चरमरा रही है. विजय सरदेसाई ने ट्वीट किया "हमारे राज्य में फैली अव्यवस्था को सुधारने के बजाय, हमारे मुख्यमंत्री दूसरी राज्यों में छाया पकड़ने में व्यस्त हैं."
सरकार बेवजह के कामों में उलझी
आम आदमी पार्टी के गोवा अध्यक्ष अमित पालेकर ने भी सरकार के इस कदम पर सवाल उठाए. उन्होंने अपने X पर लिखा, "जब राज्य पर 31,000 करोड़ का कर्ज है और हमारे पहले मुख्यमंत्री की समाधि के लिए भी पैसे नहीं हैं, तो पैसे का गलत इस्तेमाल क्यों हो रहा है?" पालेकर ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट की जांच की कोई आवश्यकता नहीं है.
सावंत सरकार पर विपक्षी दलों का हमला
गौरतलब है कि गोवा में मुख्यमंत्री सावंत की सरकार के प्रति जनता में असंतोष बढ़ रहा है. लोगों का कहना है कि राज्य का खजाना खाली हो रहा है और सरकार उन घोटालों को छिपाने की कोशिश कर रही है, जिन पर विपक्ष सवाल खड़े कर रहे हैं. सरकार गंभीर समस्याओं को दरकिनार कर कथित वीडियो को जांच कराकर अपना हित साधने में जुटी हुई है.