आंध्र प्रदेश में मंदिरों में हमले और तोड़फोड़ का मामला लगातार बढ़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर प्रदेश में राजनीति चरम पर है. कथित मंदिर हमलों के बाद पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने शुक्रवार को केंद्रित तरीके से अपराधों की जांच के लिए शुक्रवार को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) की घोषणा की. 16 सदस्यीय एसआईटी का नेतृत्व भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त निदेशक करेंगे. उन्होंने कहा कि कई मंदिरों में मूर्तियों को तोड़ने तथा उन्हें अपवित्र किए जाने की घटनाओं से राज्य में सांप्रदायिक माहौल खराब हुआ था.
डीजीपी ने पुलिस की सीआइडी तथा खुफिया शाखा को निर्देश दिया है कि वे एसआइटी को जांच में पूरा सहयोग करें। एसआइटी समय-समय पर जांच की प्रगति से डीजीपी तथा एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) अवगत कराएगी. मालूम हो कि हाल के दिनों में विजयानगरम जिले में प्रसिद्ध रामतीर्थम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति का सिर तोड़ दिया गया था, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया था. पुलिस अभी इस मामले की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री वाइएस जगन मोहन रेड्डी ने इन घटनाओं को राजनीतिक गुरिल्ला युद्ध करार दिया था.
Source : News Nation Bureau