कर्नाटक के चामराजनगर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में ऑक्सीजन की कमी से 24 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने के बाद भी प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई. जब मरीजों की मौत हुई तो प्रशासन को जानकारी दी गई. प्रशासन ने जानकारी मिलते ही अस्पताल में ऑक्सीजन का इंतजाम कराया. अस्पताल में अभी भी 120 मरीज भर्ती हैं. अस्पताल में 24 मरीजों की मौत के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. प्रशासन की ओर से पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.
दरअसल, चामराजनगर अस्पताल को बेल्लारी से ऑक्सीजन मिलना था, लेकिन ऑक्सीजन आने में देरी हो गई, जिससे इतना बड़ा हादसा हो गया. बताया जा रहा है कि जान गंवाने वाले अधिकतर मरीज वेंटिलेटर पर थे. ऑक्सीजन सप्लाई खत्म होने के बाद वह तड़पने लगे और मौत हो गई. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. के सुधाकर ने कहा कि चामराजनगर की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, मैंने मुख्यमंत्री से चर्चा की है, मैं मैसूर, मंड्या और चामराजनगर जा रहा हूं, वहां जाकर देखूंगा कि आखिरी मौतें कैसे हुईं और जो भी समस्या है, उसका निराकरण करने की पूरी कोशिश करूंगा.
इससे पहले कालाबुर्गी के केबीएन अस्पातल में ऑक्सीजन की कमी से चार मरीजों की मौत हो गई थी. इसी दिन यदगिर सरकारी अस्पताल में लाइट कट जाने से वेंटिलेटर पर रहे एक मरीज की भी मौत हो गई थी. पिछले एक हफ्ते में कर्नाटक के कई अस्पतालों में कई लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है.
अभी कर्नाटक में करोोना के कुल मामलों की संख्या 16 लाख को पार कर गई है. रविवार को 37 हजार से अधिक नए मामले सामने आए और 217 कोरोना मरीजों की मौत हो गई. कोरोना संक्रमितों को बेड और ऑक्सीजन की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. इससे पहले दिल्ली के बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 8 मरीजों की मौत हो गई थी.
Source : News Nation Bureau