आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बड़ा दावा करते हुए बताया कि रेड्डी की सरकार के दौरान तिरुपति के प्रसाद में जानवरों की चर्बी और गलत साम्रागी का इस्तेमाल किया गया. इसे लेकर जमकर राजनीति हो रही है. केंद्र सरकार ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया है और राज्य सरकार ने इसकी जांच के लिए विशेष टीम का गठन भी किया है. तिरुपति के प्रसाद के बाद देशभर के मंदिरों के प्रसादों की जांच की जा रही है, जगह-जगह निरीक्षण किया जा रहा है.
तिरुपति बालाजी में प्रायश्चित करने पहुंचेंगे रेड्डी
इन सबके बीच पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार, 28 सितंबर को रेड्डी तिरुपति बालाजी मंदिर जाएंगे और पूजा-अर्चना कर क्षमा याचना करेंगे. इसके लिए रेड्डी ने राज्यव्यापी मंदिर अनुष्ठान का ऐलान किया है. इसका एकमात्र उद्देश्य चंद्रबाबू नायडू के लगाए गए आरोपों पर प्रायश्चित करना है.
YSR कांग्रेस ने दी जानकारी
इसकी जानकारी खुद YSR कांग्रेस ने देते हुए बताया कि 27 सितंबर को जगन रेड्डी तिरुमाला पहुंचेंगे और रात में वहीं आराम करेंगे. जिसके बाद रेड्डी 28 सितंबर को तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करेंगे और पूजा अर्चना कर क्षमा याचना करेंगे.
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प्रसाद की शुद्धता को लेकर CM नायडू ने किया था बड़ा दावा
आपको बता दें कि सीएम नायडू ने विधायक दल की बैठक में रेड्डी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि जगन रेड्डी की सरकार ने तिरुपति बालाजी मंदिर की पवित्रता के साथ-साथ लाखों श्रद्धालुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है. प्रसाद के सैंपल से जानवरों की चर्बी और सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इसके बाद नायडू पार्टी के एक नेता ने कथित तौर पर लैब की एक रिपोर्ट भी पेश की थी, जिसमें इन आरोपों की पुष्टि हुई थी. फिलहाल, पूरे मामले की जांच की जा रही है.