Amul vs Nandini Milk Row : भारत में अग्रणी दुग्ध उत्पाद कंपनी अमूल अब जल्द ही बेंगलुरू के बाजार में नजर आने वाली है. अमूल ने घोषणा की थी कि वो बेंगलुरु में अपने कुछ प्रोडक्ट्स पेश करने वाली है. लेकिन स्थानीय वर्सेज बाहरी जैसा राजनीतिक मुद्दा उठने की वजह से अमूल ने बेंगलुरू के बाजार में अपनी एंट्री को कुछ समय के लिए टाल दिया है. अमूल का कहना है कि वो किसी राजनीतिक विवाद में नहीं पड़ना चाहती, क्योंकि कुछ राजनीतिक लोग जान बूझकर इस मुद्दे को हवा दे रहे हैं. बता दें कि बेंगलुरु में दुग्ध उत्पादों का सबसे बड़ा ब्रांड नंदिनी मिल्क के नाम से है. वहीं, अमूल मूल रूप से गुजरात में शुरू हुई सहकारी संस्था है, लेकिन ये कई राज्यों में अपने उत्पाद बेचती है.
5 अप्रैल को अमूल ने किया था ये ऐलान
अमूल ने 5 अप्रैल को ऐलान किया था कि वो बेंगलुरू के बाजार में उतर रही है, जिसमें वो कुछ डेयरी प्रोडक्ट्स लॉन्च करेगी. इसके तुरंत बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया था. कर्नाटक के विपक्षी दलों ने अमूल की घोषणा के पीछे बीजेपी के सहयोग की बात कही और कहा कि बेंगलुरू में बाहरी कंपनियों को बढ़ावा दिया जा रहा है. विपक्षी दलों ने नंदिनी को कर्नाटक का गौरव तक बता दिया. जिसके बाद बीजेपी को बैकफुट पर आना पड़ा था.
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दोनों ही ब्रांड सहकारिता के पथ पर बढ़े आगे
अमूल और नंदिनी ब्रांड में काफी समानताएं हैं. नंदिनी मूलत: कर्नाटक का ब्रांड है. इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी है. चूंकि अमूल की तरह ही नंदिनी ब्रांड भी सहकारी है. अमूल ब्रांड को गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन प्रमोट करता है, तो नंदिनी के पीछे कर्नाटक मिल्क फेडरेशन है. ऐसे में दोनों ही ब्रांड सहकारिता से जुड़े हैं.
HIGHLIGHTS
- बेंगलुरू के बाजार में उतरने को तैयार अमूल
- राजनीतिक विवाद में नहीं पड़ता चाहती अमूल
- स्थानीय वर्सेज बाहरी विवाद उठाने की कोशिश