आंध्र प्रदेश के राज्यपाल बिस्वा भूषण हरिचंदन ने रविवार को 24 कैबिनेट मंत्रियों के इस्तीफे स्वीकार कर लिया. सात अप्रैल को राज्य मंत्रिपरिषद के सभी 24 मंत्रियों ने औपचारिक रूप से मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी को इस्तीफा सौंप दिया था. इसके पीछे की वजह मंत्रिमंडल का पुनर्गठन बताई गई थी. नई मंत्रिपरिषद का गठन 11 अप्रैल को किया जाएगा. नए मंत्रिमंडल के गठन में जाति मानदंड की अहम भूमिका होने की संभावना है. सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी अपने नए मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल कर सकते हैं. कम से कम चार मौजूदा मंत्रियों को नए मंत्रिमंडल में मौका मिल सकता है. 30 मई 2019 को मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद जगन ने घोषणा की थी कि ढाई साल बाद वह अपने मंत्रिमंडल में बदलाव करेंगे.
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वर्तमान मंत्रिमंडल ने आठ जून 2019 को शपथ ली थी और इन मंत्रियों को आठ दिसंबर 2021 तक पद पर रहना था, लेकिन कोविड-19 वैश्विक महामारी सहित कई कारणों के चलते कैबिनेट पुनर्गठन को टाल दिया गया था. वहीं, मुख्यमंत्री ने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह उगाडी (दो अप्रैल को पड़ने वाले तेलुगु नव वर्ष दिवस) और नए जिलों के गठन के बाद मंत्रिमंडल के पुनर्गठन का कार्य करेंगे. राज्य में चार अप्रैल को 13 नए जिलों का गठन किया गया था, अब प्रदेश में जिलों की कुल संख्या 26 हो गई है.