आंध्र प्रदेश के सिंचाई मंत्री अनिल यादव शनिवार को कुरनूल जिले के बांकाचेरला गांव में एक परियोजना को देखने के लिए दैरा किया. इस दौरान वे एक हादसे का शिकार हो गए. गनीमत है कि उनकी जान बच गई. किसी को भी किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. लेकिन इस हमले में वे बुरी तरह से धायल हो गए. हुआ यूं कि जब वे परियोजना को देखने का दौरा किया तो मधुमक्खियों की झुंड ने उनपर हमला कर दिया. इस हमले में मंत्री गंभीर धायल हो गए.
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मंत्री जब बनी सीढ़ी पर परियोजना को देखने जा रहे थे, उसी वक्त मधुमक्खियों ने उनपर हमला कर दिया. मंत्री उस वक्त परियोजना का निरीक्षण कर रहे थे. उसी वक्त मधुमुक्खियों ने हमला कर दिया. मंत्री दोनों हाथ हिलाते हुए मधुमक्खियों से छुटकारा दिलाने के लिए मदद मांगी. लेकिन, मधुमक्खियां मंत्री के जैकेट में घुस गईं. मंत्री उसे बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मधुमक्खी अंदर घुसी ही जा रही थी. इसके बाद मंत्री प्रोजेक्ट के साइट से भाग गए.
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मंत्री अनिल यादव के साथ विधायक टी अर्थूर, के. रामभूपाल रेड्डी, ए. चक्रपाणी रेड्डी समेत सिंचाई विभाग के अधिकारी की पूरी टीम मौजूद थी. टीम ने सबसे पहले तेलगू गंगा और केसी एसकेप नहरें में पानी छोड़ने की व्यवस्था को देखी. इसके बाद टीम गेलुरू नगरी नहर की ओर गई. जब वे बनी सीढ़ी से ऊपर चढ़ रहे थे, तभी मधुमक्खियों ने हमला कर दिया. विधायक अर्थूर, वाईएसएसआरसीपी कार्यकर्ता और कुछ रिपोर्ट्स भी मधुमक्खियों की डंक से घायल हो गए. सभी घायलों को उपचार के लिए आत्माकुर अस्पताल लाया गया. इस घटना में सबसे दिलचस्प बात यह है कि पुलिस इस मामले में भ्रमित है. उनकी समझ में ये नहीं आ रही है कि वे किस पर मुकदमा दर्ज करेगी. इसका मुख्य गुनहगार कौन हैं, और किस पर केस चलेगी.