कर्नाटक के मंगलुरु में कुछ बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने सोमवार शाम को एक पब में चल रही पार्टी को जबरन बंद करवा दिया था. बजरंग दल का आरोप था कि पब में चल रही पार्टी में कुछ लड़के लड़कियां नाबालिग है और पार्टी में शराब का सेवन भी किया जा रहा है. लिहाजा, इस पार्टी को तुरंत बंद किया जाए. इन कार्यकर्ताओं के दबाव में आकर पब के स्टाफ ने पार्टी को बंद करा दिया और पार्टी कर रहे लड़के लड़कियों को वापस भेज दिया था. अब मंगलुरु पुलिस ने बजरंग दल के इन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोड ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर यानी सीआरपीसी की धारा 107 और 110 के तहत मामला दर्ज किया है.
मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर शशि कुमार ने कहा कि इस मामले को लेकर न तो पब के मालिक या स्टाफ ने कोई शिकायत दर्ज की है और न किसी अन्य शख्स ने. लिहाजा, मामले को देखते हुए पुलिस ने सीआरपीसी के तहत बजरंग दल कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना अंजाम नहीं दी जाएगी. शशि कुमार के मुताबिक मामले की जांच के दौरान पता चला है कि जो 18 लड़के लड़कियां पब में पार्टी कर रहे थे, उन में 8 नाबालिग थे. आगे की करवाई के लिए इसकी रिपोर्ट एक्साइज विभाग को भेज दी गई है.
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वहीं, इस घटना के बाद कई लोग बजरंग दल कार्यकर्ताओं के जबरन पार्टी बंद कराने का विरोध कर रहे हैं.,इनके मुताबिक अगर कई कोई गलत काम हो रहा है तो उसको रोकने के लिए पुलिस और कानून है. बजरंग दल या किसी और संगठन को ऐसा करने का कोई हक नहीं है. मंगलुरु से कांग्रेस विधायक यूटी कादिर ने इस मामले को लेकर प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी ने प्रशासन को गुंडों के हवाले कर दिया है.
Source : Yasir Mushtaq