बेंगलुरु के इस्कॉन मंदिर में गीता जयंती के मौके पर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने गीता दान यज्ञ महोत्सव का उद्घाटन किया. इस समारोह में उन्होंने इशारों-इशारों में ही दुश्मन देशों को चेतावनी दी. राजनाथ सिंह ने कहा कि गीता को ही मानते हुए भारत कभी किसी को छेड़ता नहीं है, लेकिन अगर हमें कोई छेड़ता है तो भारत उन्हें छोड़ता नहीं है. आपको बता दें कि एक माह तक चलने वाले इस महोत्सव में देश के अलग-अलग हिस्सों में भगवद् गीता की एक लाख कॉपियां बांटी जाएंगी.
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि गीता ही परमात्मा से दर्शन कराती है और हमें भगवद् गीता को सिर्फ मानना ही नहीं, बल्कि इसको जीना होगा. उन्होंने कहा कि हमेशा से भारत ने गीता में दिए गए संदेश को माना है. यही वजह है कि कभी भारत किसी को नहीं छेड़ता है लेकिन अगर कोई छेड़ता है तो उसे छोड़ता भी नहीं है. इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ समेत कई देशों के डिप्लोमेट्स को गीता भेंट के तौर पर दी.
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गौरतलब है कि पांच हजार साल पहले आज ही के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता के श्लोक बताए थे और उसका मतलब समझाया था, इसलिए गीता जयंती के मौके पर इस्कॉन बेंगलुरु ने गीता दान यज्ञ महोत्सव की शुरुआत की है, ताकि विश्व के कोने-कोने तक अमन और शांति का संदेश पहुंच सके. इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वोकलिस्ट श्री विद्याभूषण द्वारा बनाए गए एक मल्टीमीडिया वीडियो को भी रिलीज किया, जिसमें छह अलग-अलग भाषाओं में गीता पाठ रचा गया है.