आंध्र प्रदेश में हिंदू मंदिरों को तोड़ने का मामला लगातार बढ़ाता जा रहा है. पिछले दिनों दर्जन भर से अधिक बड़े हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने के बाद मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी विपक्ष के निशाने पर हैं. भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने कहा कि मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी ने अन्याय पूर्ण रवैया अपनाया हुआ है. भारतीय जनता पार्टी और जनसेना के कार्यकर्ताओं को रामतीर्थम जाने से आज फिर एकबार रोका और कहा कि सिर्फ 50 लोग ही जा सकते हैं. मैं अभी विशाखापट्टनम में आया हूं लेकिन मुझे भी मंदिर जाने से रोक दिया गया है और मुझे यह नोटिस दिया गया है कि आप रामतीर्थम नहीं जा सकते हैं. आंध्र प्रदेश में ये क्या हो रहा है?
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उन्होंने कहा कि आपने (जगन मोहन रेड्डी) एक ओर आपकी वाईएसआर पार्टी के सांसद विजय साई रेड्डी और चंद्रबाबू नायडू के साथ हजारों लोगों को पुलिस एस्कॉर्ट में मंदिर जाने दिया यानी एक साथ अहिरावण-महिरावण चले गए राम का दर्शन करने के लिए और आप हमें नहीं जाने दे रहे हैं. लेकिन शायद आपने महाभारत पढ़ा नहीं है. आपको पता नहीं है, पांडव पांच थे कौरव सौ थे. आपने सौ कौरवों को जाने की इजाजत दी लेकिन पांच पांडवों को कहा कि आप पांच हो और पांच ही जा सकते हो. याद रखिए अंत में विजय पांडवों की होती है क्योंकि श्री कृष्ण मतलब जनार्दन यानी वेंकटेश्वर स्वामी उनके साथ होते हैं. इस लड़ाई में भी कोदंड राम हमारे साथ हैं.
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'क्या राम बनाम रोम की लड़ाई चाहते हैं'
सुनील देवधर ने जगन मोहन रेड्डी से पूछा कि क्या आप रोम का काम करने के लिए यहां पर मुख्यमंत्री बने हैं? क्या आप राम बनाम रोम की लड़ाई आंध्र प्रदेश में कराना चाहते हैं? क्या आप कृष्ण वर्सेस क्राइस्ट की लड़ाई यहां पर करना चाहते हैं? क्या आप प्रदेश में भगवत गीता बनाम बाइबल की लड़ाई कराना चाहते हैं?
उन्होंन कहा कि अंतर्वेदी समेत आंध्र प्रदेश में जितने भी हिंदू विरोधी घटना में मंदिरों पर पर हमले हुए हैं, राज्य सरकार को उन सबकी समय बद्ध सीआईडी जांच करानी होगी. आपने सीआईडी जांच करने के लिए एक क्रिश्चियन ऑफिसर को जिम्मा दिया है जिसके क्रिश्चियनिटी का प्रचार करते हुए वीडियो वायरल है. क्या हम ऐसे ऑफिसर से निष्पक्ष जांच की अपेक्षा कर सकते हैं?
Source : News Nation Bureau