तेलंगाना के सीएम केसीआर कल यानी रविवार को हैदराबाद में नए सचिवालय भवन का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वे दोपहर 1.20 बजे नए सचिवालय में अपने चैंबर में बैठेंगे. बता दें कि नए सचिवालय में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 125 फीट मूर्ति भी लगी है, इसलिए इसका नाम भी इन्हीं के नाम पर रखा गया है. नए सचिवालय की सुंदरता देखते ही बनती है. इसमें कॉन्फ्रेंस हॉल, विजिटर्स लाउंज, डाइनिंग हॉल और अन्य सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. चेन्नई के आर्किटेक्ट्स पोन्नी कॉन्सेसाओ और ऑस्कर कॉन्सेसाओ ने नए सचिवालय भवन को डिजाइन किया है. इसके निर्माण में 616 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.
अब हैदराबाद आने वाले लोगों को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सचिवालय भवन में ऐतिहासिक चारमीनार और गोलकुंडा के साथ नई वास्तुकला की झलक देखने को मिलेगी. इस भवन का निर्माण हुसैन सागर के तट पर हुआ है. इसको लेकर राज्य के सड़क और भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने बताया कि तेलंगाना सचिवालय सबसे विशाल है और देश में ऐसी कोई विशेष इमारत नहीं है. ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल की ओर से सचिवालय को इंडियन गोल्डन सर्टिफिकेट से नवाजा गया है.
अनेक विशिष्टताओं से सुज्जित ये सचिवालय तेलंगाना राज्य के स्वाभिमान और गौरव के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा. इसके निर्माण में 20 महीने लगे हैं. सचिवालय भवन में कुल 635 कमरे और 30 कांफ्रेंस हॉल हैं. साथ ही सभी मंत्रियों के लिए विशेष कक्ष और सम्मेलन रूम की भी व्यवस्था है. यह भारत का पहला ऐसा सचिवालय है, जहां मंत्री, सचिव और कर्मचारी एक साथ मिलकर काम करेंगे. सचिवालय में पहली से छठी मंजिल पर मंत्रियों के कक्ष होंगे. इससे न सिर्फ कार्यों में गति आएगी, बल्कि फाइलों का निपटारा भी तेजी से किया जाएगा. साथ ही 28 एकड़ क्षेत्र में बने सचिवालय को अद्वितीय वास्तुकला वाला बताया जा रहा है.
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एक साथ पार्क होंगे 1200 वाहन
सचिवालय परिसर में एक साथ 1,200 वाहन खड़े हो सकते हैं. सचिवालय में इंडो-इस्लामिक आर्किटेक्चरल फीचर्स जैसे गुंबद हैं. साथ ही गुंबद के ऊपर राष्ट्रीय चिह्न‘अशोक स्तम्भ’है. इसमें चार दिशाओं के द्वार बनाए गए हैं. तेलंगाना के नए सचिवालय भवन में गंगा जमुनी तहजीब दिखती है. नया सचिवालय भवन न सिर्फ शक्ति का केंद्र है, बल्कि एक अद्वितीय वास्तुशिल्प आकर्षण भी है.