तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ हिस्सों में बुधवार को तेज हवाएं चलने के साथ मूसलाधार बारिश हुई, जहां के कई तटवर्ती क्षेत्रों में भीषण चक्रवात 'निवार' का खतरा करीब आ रहा है, जो अब तट की ओर बढ़ गया है. भारत मौसम विभाग ने बुधवार को कहा कि भीषण चक्रवाती तूफान 'निवार' के समुद्र तट से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और यह जल्द ही तट को पार कर जाएगा. आईएमडी ने अपने ट्विटर हैंडल पर कहा, अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान निवार अभी पुडुचेरी के पूर्व- दक्षिणपूर्व में लगभग 40 किमी दूर स्थित कुड्डालोर से 50 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में है. चक्रवाती तूफान के पहुंचने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अगले 3 घंटों में पुडुचेरी के पास वाले तट को पार कर जाएगा.
यह भी पढ़ें : दिल्ली में किसानों की रैली आज, यहां- यहां बंद रहेगी मेट्रो सेवा
निवार ने विकराल रूप धारण किया
इससे पहले मौसम विभाग ने कहा कि निवार चक्रवाती तूफान ने बेहद विकराल रूप धारण कर लिया है और वह तमिलनाडु तथा चेन्नई के बीच तटीय क्षेत्र के पहुंचने के करीब है. इससे पहले दोनों प्रदेशों के कई हिस्सों में बुधवार को मूसलाधार बारिश हुई और तेज हवाएं चलीं, जिसके मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में बने निवार चक्रवात ने पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ते हुए अति विकराल रूप धारण कर लिया है और चेन्नई से 160 किलोमीटर तथा पुडुच्चेरी से 85 किलोमीटर दूर तट से टकराने वाला है.
यह भी पढ़ें : पलामू में पांच पशु तस्कर गिरफ्तार, 50 गाय समेत 75 मवेशी बरामद
तूफान की गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी
विभाग ने ताजा बुलेटिन में कहा है तूफान के 25 नवंबर की मध्यरात्रि और 26 नवंबर तड़के के बीच की अवधि में तमिलनाडु और पुडुचेरी के बीच कराईकल और मामल्लापुरम तट से टकराने की आशंका है. तूफान की गति 120-130 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी जो बढ़कर 145 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. चक्रवात के प्रभाव से चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में रातभर बारिश हुई और निचले स्थानों में जलजमाव हो गया. इस बीच लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने कहा कि चेम्बरमबक्कम झील से एक हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा, क्योंकि इसमें पानी अधिकतम स्तर पर पहुंचने वाला है.
यह भी पढ़ें : 26/11 Mumbai Attack राना के प्रत्यर्पण प्रयास मोदी सरकार ने तेज किए
13 जिलों में सार्वजनिक अवकाश
इस बीच तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने चक्रवात के मद्देनजर लोगों की सुरक्षा के लिये बृहस्पतिवार को चेन्नई, वेल्लोर, कुड्डालोर, विल्लुपुरम, नागापट्टिनम, तिरुवरूर, चेंगलपेट, कांचीपुरम समेत 13 जिलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है. बुधवार को पहले ही अवकाश घोषित किया जा चुका था. पश्चिमी विक्षोभ के कारण राजस्थान के अनेक इलाकों में बादल छाये रहने के बीच बीते चौबीस घंटे में न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढोतरी दर्ज की गयी है. मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार रात, माउंट आबू में न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के कई जिलों में बादल छाये रहने और हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है.
Source : Bhasha/News Nation Bureau