कर्नाटक में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. रोज किसी न किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय में छात्रओं का हिजाब पहन कैंपस के अंदर जाने की जिद सामने आती है. मैंगलोर यूनिवर्सिटी में हिजाब विवाद बढ़ता जा रहा है. लिहाजा आज 12 स्टूडेंट हिजाब पहनकर कैंपस में दाखिल हुईं. इन छात्राओं को क्लास में एंट्री करने से रोक दिया गया. मामला बढ़ने पर कॉलेज की प्रिंसिपल ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं अपनी बात पर अड़ी रहीं.
शनिवार को मैंगलोर यूनिवर्सिटी कॉलेज में 12 छात्राएं हिजाब पहनकर आई थीं. जब इस बात की जानकारी कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. अनसूया राय को हुई तो उन्होंने छात्राओं से कहा कि वह हिजाब हटाकर क्लास रूम में प्रवेश कर सकती हैं. लेकिन छात्राओं का कहना था कि वह हिजाब नहीं हटाएंगी. लिहाजा छात्राओं को क्लासरूम में प्रवेश नहीं दिया गया.
यह भी पढ़ें : राज्यसभा चुनाव: चौथा उम्मीदवार नहीं उतारेंगे अखिलेश यादव, अतीत से लिया सबक?
इसके बाद जब वह लाइब्रेरी में पहुंची तो वहां भी उन्हें एंट्री करने से रोक दिया गया. जब छात्राओं को प्रवेश देने से इनकार कर दिया गय़ा तो वह अपने घर लौट गईं. कुलपति डॉ. सुब्रमण्य यदापदिथया ने कहा कि कॉलेज विकास समिति की बैठक में तय हुआ था कि छात्राओ को हिजाब नहीं पहनने दिया जाएगा. हालांकि वह कॉलेज परिसर में हिजाब पहन सकती हैं, लेकिन जब वह क्लास रूम या फिर लाइब्रेरी में जाएंगी तो उन्हें हिजाब हटाना होगा.
बता दें कि दो दिन पहले भी यहां ऐसे ही हालत पैदा हो गए थे. यहां कई छात्रों ने यह कहते हुए गुरुवार को प्रदर्शन किया था कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी 44 मुस्लिम छात्राएं यूनिवर्सिटी में हिजाब पहनकर क्लास अटेंड कर रही हैं. बवाल बढ़ने के बाद यूनिवर्सिटी ने आदेश जारी किया था. इसके मुताबिक छात्राओं को क्लास अटेंड करने के लिए हिजाब उतारना होगा. छात्राएं चाहें तो महिला रेस्टरूम में हिजाब उतार सकती हैं. विश्वविद्यालय ने नोटिस में कहा था कि क्लासरूम में यूनिफॉर्म के अलावा कुछ भी नहीं पहना जा सकता. अगर कोई इस नियम का उल्लंघन करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी.