Karnataka Bandh: कावेरी जल विवाद एक बार फिर चर्चा में आ गया है. कर्नाटक के कई संगठनों कावेरी जल विवाद पर शुक्रवार 29 सितंबर को बंद बुलाया है. इस में तामिलनाडु को कावेरी नदी का पानी देने का विरोध किया जा रहा है. इसकी वजह से कर्नाटक के कई इलाकों में लोगों को परेशानी का समाना करना पड़ सकता है. इसके साथ ही राजधानी बेंगलुरु में भी समान्य जनजीवन प्रभावित दिखाई दे सकता है. ये विरोध पानी छोड़े जाने के निर्देश के बाद शुरू हुआ है.
राज्यव्यापी बंद
इस बंद को कन्नड़ समर्थकों और किसानों संगठनों का समर्थन प्राप्त है. संगठनों ने ये बंद 29 सितंबर की सुबह से लेकर शाम के लिए पूरे राज्य में बंद बुलाया है. इस बंद को देखते हुए बेंगलुरु प्रशासन ने सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है. इसके साथ ही बंद के मद्देनजर मांड्या जिले में धारा 144 लागू कर दिया है. इसके साथ ही जिले में सभी स्कूल और कॉलेज को बंद रखने का फैसला किया है.
क्या है मामला
कावेरी वॉटर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने कर्नाटक को कावेरी नदी का पानी तामिलनाडु को देने का निर्देश दिया है. वहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करने से इंकार कर दिया जिसके बाद कर्नाटक में इस निर्देश का विरोध हो रहा है. मैनेजमेंट अथॉरिटी के निर्देश के अनुसार कर्नाटक को 3 हजार क्यूसेक पानी तामिलनाडु को देना है. इसकी शुरुआत 28 सितंबर से करना है और ये 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा. हलांकि पहले ये 5 हजार क्यूसेक था.
राज्य परिवहन सेवाएं जारी रहेगी
इस बंद को विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी, जनता दल(एस) का समर्थन प्राप्त है. इसके साथ ही इस बंद का सहयोग होटल, ऑटोरिक्शा और कार चालक कर रहे हैं. हलांकि राज्य सरकार ने ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने सभी सरकारी निगम को बस और गाड़ियां चलाने का आदेश दिया है. बंद को देखते हुए छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बेंगलुरु के डीएम ने शहर के सभी स्कूल और कॉलेज में छुट्टी की घोषणा की है.
Source : News Nation Bureau