कर्नाटक में जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) शुक्रवार को कोलार जिले के मुलबगल विधानसभा क्षेत्र से अपनी पंचरत्न रथ यात्रा के जरिए राज्य में चुनावी बिगुल फूंकेगा. रथ यात्रा 27 दिसंबर तक चलेगी. पहले चरण में यात्रा छह जिलों के 34 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी. पार्टी कथित तौर पर कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों में किंगमेकर के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी रथ यात्रा का नेतृत्व करेंगे. यात्रा शुरू करने के लिए मुलबगल पहुंचने से पहले वह शुक्रवार सुबह मैसूर में देवी चामुंडेश्वरी की पूजा करेंगे. पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा, जिन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि वह आगामी चुनावों में जेडी-एस को सत्ता में लाएंगे, रथ यात्रा का उद्घाटन करेंगे. उद्घाटन के बाद सार्वजनिक सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे.
पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए 90 उम्मीदवारों की सूची जारी करने की भी योजना बना रही है. पार्टी ने यात्रा के लिए आठ विशेष वाहन डिजाइन किए हैं. पार्टी ने दो बार भारी बारिश के कारण यात्रा को स्थगित कर दिया था. सूत्रों ने पुष्टि की कि कुमारस्वामी यात्रा के दौरान ग्राम वास्तव्य (गांव में रहना) पर फोकस करेंगे.
जेडी-एस आगामी विधानसभा चुनावों में 25 से 35 सीटें जीतकर प्रमुख खिलाड़ी बनने की उम्मीद कर रही है. भले ही पार्टी के प्रमुख नेता दूर चले गए हैं और पारिवारिक प्रभुत्व और अराजकता का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय दलों में शामिल हो गए हैं, कुमारस्वामी दक्षिणी कर्नाटक में वोक्कालिगा वोट आधार को बनाए रखने की उम्मीद कर रहे हैं.
सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी, जिसे आज तक विधानसभा चुनावों में साधारण बहुमत नहीं मिला, वोक्कालिगा बेल्ट में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है. भाजपा ने बेंगलुरू की स्थापना करने वाले नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फीट ऊंची प्रतिमा बनवाई है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बेंगलुरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के परिसर में किया था. केम्पेगौड़ा वोक्कालिगा समुदाय के प्रतीक हैं.
कुमारस्वामी ने हालांकि कहा था कि केम्पेगौड़ा की प्रतिमा लगाने से भाजपा को वोट नहीं मिलेंगे. प्रमुख वोक्कालिगा समुदाय आमतौर पर चुनावों में जेडी-एस के साथ खड़ा रहा है.
Source : IANS