कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) के अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह नौ बजे उड़ानों को अचानक स्थगित करने की घोषणा की है. एयरपोर्ट से रविवार की दोपहर तीन बजे परिचालन शुरू हो पाएगा. सभी उड़ानें स्थगित होने से सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं. सीआईएएल के निदेशक ए. सी. के. नायर ने मीडिया को बताया कि बाढ़ का पानी टैक्सी-वे तक पहुंचने के बाद हवाई अड्डे को बंद करने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया, "हमने पहले इसे आधी रात तक बंद करने का फैसला किया, लेकिन फिर पेरियार नदी में बढ़ते पानी को देखते हुए उड़ानों को रविवार तक स्थगित किया गया है. फिलहाल रनवे पर थोड़ा पानी भरा हुआ है."
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कोच्चि हवाई अड्डे से एक दिन में 100 से अधिक घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती हैं. हवाई अड्डे के कर्मचारी हालांकि टैक्सी-वे और हवाई अड्डे के किनारों से पानी बाहर निकाल रहे हैं. मगर गुरुवार रात यहां पहुंचे नौ विमान अभी भी खड़े हैं, जो उड़ान भरने में असमर्थ हैं.
एयरपोर्ट पहुंचे एक पिता ने चिंता जताते हुए कहा, "मेरे बेटे को आज कतर में ड्यूटी पर जाना है, लेकिन वह वहां नहीं जा पा रहा है." नायर ने कहा कि यात्रा करने के लिए कोच्चि से उड़ाने बुक करने वाले यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करना एयरलाइनों की जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया है कि उन्हें मदद की जरूरत है."
पर्याप्त सुविधाओं और उचित जानकारी के अभाव में बहुत से लोग इधर-उधर दौड़ते नजर आए. एयरपोर्ट पहुंचे एक वृद्ध दंपति ने कहा, "इतनी तेज बारिश में तिरुवनंतपुरम पहुंचने में हमें कम से कम सात घंटे लगेंगे, लेकिन हम मजबूर हैं." केरल सरकार तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए यात्रियों के लिए विशेष बसें चलाने में विफल रही. संयोग से पिछले साल भी भारी बारिश के बाद आई बाढ़ के कारण कोच्चि हवाई अड्डे पर परिचालन आठ अगस्त को स्थगित कर दिया गया था.
Source : आईएनएस