कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जल्द ही चुनाव होने की आशंका जताई है और जेडीएस के कार्यकर्ताओं को तैयार रहने के लिए कहा है. कुमारस्वामी ने शनिवार को कहा कि 17 सीटों पर जल्द ही चुनाव हो सकते है ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार रहना चाहिए. दरअसल ये 17 सीटें वही हैं जहां से कर्नाटक के पूर्व स्पीक केआर रमेश कुमार ने 17 बागी विधायकों को अयोग्य करार दिया था. इन 17 बागी विधायकों में 3 निर्दलीय थे, 3 जेडीएस और 11 कांग्रेस के विधायक थे.
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कुमारस्वामी ने मांड्या में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, इन 17 सीटों पर या पूरी की पूरी 224 सीटों पर जल्द ही चुनाव हो सकते हैं. मुझे पूरा विश्वास है कि राज्य में बीजेपी की सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाएगी.
HD Kumaraswamy,JD(S) to party workers, in Mandya: Be prepared for elections very soon, may happen on the 17 seats (constituencies of disqualified MLAs) or elections may even happen on all 224 constituencies. I am sure that this(Karnataka Govt) will not stay for long. (3.8.19) pic.twitter.com/YN2xacXABs
— ANI (@ANI) August 4, 2019
वहीं कांग्रेस के साथ गठबंधन पर कुमारस्वामी ने कहा, किसी भी तरह का कोई भी गठंबधन अब नहीं होगा. हमें अब किसी गठबंधन की जरूरत नहीं है. मुझे सत्ता नहीं चाहिए, मुझे आपका प्यार चाहिए.
HD Kumaraswamy, JD(S) to party workers, in Mandya: There will be no coalition. We don't need any coalition now. I don't need power, I need your love. https://t.co/zz9fwPq9Py
— ANI (@ANI) August 4, 2019
वहीं दूसरी तरफ केआर रमेश कुमार की ओर से अयोग्य ठहराए गए 14 बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में स्पीकर के फैसले को चुनौती दी है. बता दें कि रमेश कुमार ने 14 बागी विधायकों अयोग्य घोषित किया था जिसमें 11 कांग्रेस के और 3 जेडीएस के विधायक थे. के आर रमेश कुमार पर दबाव बना कि 14+3=17 विधायकों को अयोग्य करार देने से राज्य में बीजेपी की सरकार आसानी से बन गई. इसी कारण स्पीकर ने अपना इस्तीफा दे दिया.
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निष्कासित विधायकों में प्रताप गौड़ा पाटील, बी.सी. पाटील, शिवराम हेब्बर, एस.टी. सोमशेखर, बिराती बसवराज, आनंद सिंह, आर. रोशन बेग, मुनिरत्ना, के. सुधाकर, एम.टी.बी. नागराज, श्रीमंत पाटील, रमेश जरकीहोली, महेश कुमाताहल्ली और आर. शंकर शामिल हैं. विधानसभा में बी.एस. येदियुरप्पा सरकार के विश्वास मत से एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस और जनता दल-सेकुलर के 14 बागी विधायकों को अयोग्य ठहरा दिया था, क्योंकि इन सभी ने 23 जुलाई को सदन में उपस्थित रहने के लिए पार्टी की तरफ से जारी व्हिप का उल्लंघन किया था.