कर्नाटक में भाजपा सरकार जिला आयुक्त की रिपोर्ट के बाद ऐतिहासिक चित्रदुर्ग मुरुघा मठ के लिए प्रशासक नियुक्त करने के लिए तैयार है. चित्रदुर्ग मुरुघा मठ सेक्स स्कैंडल और उसके पुजारी शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू की पॉक्सो अधिनियम और अत्याचार के आरोपों के तहत गिरफ्तारी के लिए चर्चा में रहा है. सूत्रों ने कहा- जिला आयुक्त दिव्य प्रभु जी.आर.जे. ने अपनी रिपोर्ट में सरकार से तुरंत मठ प्रशासन को संभालने और एक प्रशासक नियुक्त करने की सिफारिश की है.
जिला आयुक्त ने राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट में कहा गया है कि संपत्ति के प्रबंधन, प्रशासन और वेतन के वितरण के लिए एक प्रशासक की नियुक्ति आवश्यक है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शिवमूर्ति मुरुघा के खिलाफ आरोप सामने आने के बाद संपत्ति के दुरुपयोग की आशंका जताई जा रही है. दिव्य प्रभु ने जोर देकर कहा है कि अगर सैकड़ों करोड़ की संपत्ति की रक्षा करनी है तो सरकार को हस्तक्षेप करना होगा.
मठ के व्यवस्थापक पर आरोप हैं. कुछ कर्मचारियों पर भी आरोप लगे हैं. मठ में अफरातफरी का माहौल है. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जनता या भक्तों को इस स्थिति में मठ से कोई फायदा होगा. इस बीच, चित्रदुर्ग मठ के प्रभारी बसवप्रभु शरणारू ने कहा है कि प्रशासक की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ठीक से देखभाल की जा रही है.
Source : IANS