कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार 14 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ निर्धारित बैठक के दौरान महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद पर अपना रुख बताएगी. उन्होंने कहा, हम इस मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट रूप से बताएंगे. राज्य पुनर्गठन अधिनियम, उच्चतम न्यायालय में लंबित मामले और अन्य के बारे में हमने पहले ही अमित शाह को विवरण प्रस्तुत कर दिया है. हम गृह सचिव को सूचित करेंगे कि शीर्ष अदालत ने 2004 के बाद से ऐसा कोई मामला नहीं लिया है.
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सीमा विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री के साथ बैठक के सिलसिले में दिल्ली जा रहे हैं, लेकिन अगर कैबिनेट विस्तार के मुद्दे पर चर्चा होती है तो वह तैयार होकर जाएंगे. केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्यों के बीच सीमा विवाद पर कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है.
अरुणाचल प्रदेश के तवांग में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय नौसेना और चीनी पीएलए के बीच झड़प पर बोम्मई ने कहा, केंद्र की वर्तमान सरकार पिछली सरकारों की तरह नहीं है और रक्षा बल तैयार हैं. उन्होंने कहा, अभी तक ऐसी कोई तैयारी नहीं थी और पिछले नेताओं ने रक्षा बलों को कोई निर्देश नहीं दिया था. लेकिन अब स्पष्ट निर्देश हैं. हम प्रभावी ढंग से चीन को पीछे खदेड़ेंगे.
मंडूस चक्रवात के असर के बारे में बोम्मई ने कहा कि कुछ नुकसान की सूचना मिली है और फसलों पर इसके असर को लेकर एक सर्वेक्षण किया जा रहा है. खबरों के मुताबिक बाजरे की फसल कटने को तैयार है लेकिन रुक-रुक कर हो रही बारिश इसमें बाधा बन रही है. कृषि विभाग से पूरी रिपोर्ट मांगी जा रही है. चामराजनगर के मनमुटाव को दूर करते हुए बोम्मई ने सीमावर्ती जिले का दौरा किया, जो मुख्यमंत्री बनने के बाद उनका तीसरा दौरा था.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिले का दौरा करने से उन्हें मजबूती मिलेगी.
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Source : IANS