बीजेपी सांसद और एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट मेनका गांधी ने आज कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को एक खत लिख कर जेडीएस के सांसद और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना पर संगीन आरोप लगाया है. उन्होंने एक हाथी के हत्यारे को बचाने की कोशिश का आरोप लगाते हुए सीएम से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. मेनका गांधी ने आरोप लगाया है कि प्रज्वल रेवन्ना अपने पार्टी के कार्यकर्ता को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो एक हाथी की हत्या के आरोपी है.
करंट से हाथी की हत्या का मामला
मेनका गांधी ने पत्र में लिखा है कि पिछले साल हासन में एक किसान ने जानबूझकर एक हाथी को बिजली के करेंट से मार दिया और जेसीबी की मदद से हाथी को दफना दिया. दफन करने से पहले आरोपियों ने हाथी के दांत निकाले और बेंगलुरु में बेचने लगे. बेंगलुरु में मौजूद एनिमल वेलफेयर अधिकारियों ने आरोपितों को पकड़ लिया था. इसके बाद पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था. इसके बाद पुलिस ने हाथी के शव को बरामद किया और अदालत के आदेश के तहत शव को हासन के वन विभाग अधिकारियों को सौंप दिया.
मेनका गांधी ने की विजिलेंस जांच की मांग
मेनका गांधी ने आरोप लगाया है कि प्रज्वल रेवन्ना ने इस मामले को बेंगलुरु पुलिस से इस मामले को हासन वन विभाग ट्रांसफर कराने की काफी कोशिश की थी ताकि वो अपने पार्टी के समर्थकों को इस मामले से बचा सके. उस समय के डीसीपी हरीश पांडे ने मामला ट्रांसफर करने से इंकार किया. लेकिन हाल ही में हरीश पांडे का ट्रांसफर हुई, जिसके बाद हासन के आरएफओ ने इस पूरे मामले को हासन वन विभाग को ट्रांसफर कराया, ताकि प्रज्वल रेवन्ना अपने पार्टी कार्यकर्ता और समर्थकों को सजा मिलने से बचा सके. आरोपी फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर है. मेनका गांधी ने मांग की है कि इस मामले की जांच विजिलेंस विभाग से की जानी चाहिए और साथ ही हासन के आरएफओ के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए.
HIGHLIGHTS
- मेनका गांधी ने सीएम बोम्मई बसवराज को लिखा पत्र
- सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर कार्रवाई की मांग
- हाथी की हत्या के मामले में कार्यकर्ताओं को बचाने का आरोप