मंगलुरु शहर में कुकर विस्फोट मामले में गिरफ्तार और इलाज करा रहे एच. मोहम्मद शारिक के वैश्विक आतंकी संबंधों की जांच की जा रही है. यह जानकारी पुलिस ने दी. पत्रकारों से बात करते हुए एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) आलोक कुमार ने कहा कि ऐसा लगता है कि संदिग्ध आतंकी शारिक की हरकत वैश्विक आतंकी नेटवर्क से प्रेरित है. हालांकि इसे स्थापित करने के लिए फिलहाल कोई सबूत नहीं है, लेकिन जांच जारी है.
आलोक कुमार ने कहा कि पुलिस ने मामले में मैसूर से दो और शिवमोग्गा और ऊटी से एक संदिग्ध को उठाया था. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के अलग-अलग पहलुओं पर अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि क्या वैश्विक आतंकी नेटवर्क के निर्देश पर आतंकी कृत्य को अंजाम दिया गया, इसकी भी जांच की जा रही है. एडीजीपी ने कहा कि मैसूर व शिवमोग्गा शहरों में सात स्थानों पर छापेमारी की गई है. मैसूर में छापेमारी के दौरान पुलिस ने माचिस की 150 पेटियां, फास्फोरस, सल्फर, सर्किट बोर्ड, नट और बोल्ट जब्त किए हैं.
उन्होंने कहा, एक बड़ी त्रासदी टल गई और नुकसान कम हुआ है. तटीय जिले में तीन महीने से शांति है. 15 अगस्त को वीर सावरकर के फ्लेक्स की स्थापना के बाद छुरा घोंपने की घटनाओं के सिलसिले में जबीउल्ला की गिरफ्तारी के बाद संदिग्ध आतंकी शारिक सतर्क हो गया और शिवमोग्गा में गृह नगर से दूर चला गया. आलोक कुमार ने कहा कि शारीक आठ सितंबर को विस्फोट करने की जगहों का निरीक्षण करने के लिए मंगलुरु आया था. उन्होंने कहा कि पुलिस की जानकारी के अनुसार, विस्फोट होने से पहले शारिक मंगलुरु में अकेला आया था.
उन्होंने कहा, हम तमिलनाडु पुलिस के संपर्क में हैं. अभी तक कोयंबटूर विस्फोट मामले में शारिक के संबंध के बारे में कोई विश्वसनीय इनपुट नहीं है. जांच के दौरान उसके कनेक्शन की भी जांच की जाएगी. शारिक पर यूएपीए एक्ट के मामला दर्ज किया गया था. मामले का तीसरा आरोपी अराफात अली अभी दुबई में फरार है. आलोक कुमार ने कहा कि आरोपी शारिक ने अन्य संदिग्धों के साथ शिवमोग्गा जिलों में तुंगा नदी के किनारे विस्फोट किए.
ऑटो चालक पुरुषोत्तम पुजारी आतंकी घटना का शिकार है. उन्होंने कहा, मैं लोगों से अपील करता हूं कि जब भी आधार कार्ड और कोई अन्य पहचान पत्र खो जाए तो पुलिस को सूचित करें. शारिक बीकॉम ग्रेजुएट है और ऑनलाइन खरीदारी करता है. वह एक अन्य संदिग्ध आईएस आतंकवादी माज मुनीर के साथ था. दोनों ने बम तैयार किए. आलोक कुमार ने कहा कि मंगलुरु में इस्तेमाल किए गया बम रखे जाने से पहले ही फट गया.
आरोपी बस से मंगलुरु पहुंचने के बाद ऑटो में कुकर बम लेकर जा रहे थे. वे विस्फोटक कहां ले जा रहा था, इसका अभी पता नहीं चल पाया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) द्वारा घोषित दो लाख रुपये का इनामी आईएस आतंकी अब्दुल मतीन भी इस मामले का मुख्य आरोपी है.
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Source : IANS