कर्नाटक के दक्षिण कनाडा जिले में एक हफ्ते में दो मुस्लिम युवकों और एक बीजेपी युवा मोर्चा के नेता की हत्या के बाद तनाव कम करने के लिए मंगलुरु प्रशासन ने शनिवार को एक पीस मीटिंग बुलाई, लेकिन जिले की बड़ी मुस्लिम संगठन सेंट्रल मुस्लिम कमेटी, मुस्लिम ओकुट्टा और एसडीपीआई ने इस पीस मीटिंग का बॉयकॉट किया. इन संगठनों की नाराजगी कर्नाटका के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से है. इनके मुताबिक, बसवराज बोम्मई सिर्फ प्रवीण नेट्टरू के घर गए और उनके परिवार को मुआवजा दिया, इसी जिले में मसूद और फाजिल की हत्या भी कई गई थी पर मुख्यमंत्री उनके घर नहीं गए और न ही उनके लिए कोई मुआवजे का ऐलान किया है.
दक्षिण कन्नड़ के डीसी केवी राजेंद्र ने कहा कि वह उन लोगों से अलग से मीटिंग करेंगे जो आज की पीस मीटिंग में शामिल नहीं हुए हैं, क्योंकि क्योंकि इस तरह की बैठकों के जरिए ही आम लोगों के सुझाव प्रशासन तक पहुंच सकती है और जिले में शांति बहाली की जा सकती है.
इस पीस मीटिंग में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. कर्नाटक के एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर आलोक कुमार ने कहा कि दक्षिण कनाडा जिले में पिछले कुछ दिनों में जो वारदात हुए हैं, उसे कम करने के लिए मोहल्ला लेवल पर पीस कमेटी मीटिंग्स करने की जरूरत है. आलोक कुमार ने कहा कि इलाके में कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए जरूरी है कि संवेदनशील इलाकों में युवा पीस कमेटी का गठन किया जाए, क्योंकि युवा वर्ग जब एक दूसरे से संपर्क में आएगा तो हालत बेहतर हो जाएंगे.
गौरतलब है कि 19 जुलाई को दक्षिण कनाडा के बेल्लारे में 19 साल के मसूद पर हमला किया गया, 21 जुलाई को अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. फिर इसी इलाके में कुछ अज्ञात लोगों ने बीजेपी युवा मोर्चा के नेता प्रवीण नेट्टरू की हत्या 26 जुलाई को की थी. इस मामले में अब तक पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है. इस हत्या के दो दिन बाद 28 जुलाई को कुछ अज्ञात लोगों ने मंगलुरु शहर में फाजिल नाम के युवक की हत्या की. इस मामले में पुलिस ने 20 लोगों को हिरासत में लिया है. प्रवीण और फाजिल की हत्या की गुत्थी अभी तक सुलझ नहीं पाई है. यही वजह है कि दक्षिण कन्नडा जिले में हालात अब भी तनावपूर्ण है.
Source : Yasir Mushtaq