एनआईए की एक टीम गुरुवार को कर्नाटक के दक्षिण कनाडा जिले के बंटवाल तालुक स्थित एसडीपीआई के नेशनल जनरल सेक्रेटरी और बिहार के इंचार्ज रियाज फिरंगीपेट के घर पर पहुंची और उनसे पूछताछ की. जैसे ही इसकी जानकारी एडीपीआई कार्यकर्ताओं को मिली वो तुरंत रियाज के घर बाहर जमा हो गए और एनआईए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करे. कार्यकर्ताओं ने एनआईए गो बैक के नारे भी लगाए. दरअसल, एनआईए की टीम जुलाई में बिहार में एक टेरर मॉड्यूल के पकड़े जाने के मामले को लेकर रियाज से पूछताछ करने आई थी. घंटों पूछताछ के बाद मीडिया के सामने आए रियाज फरंगीपेट ने कहा कि उनका नाम साजिश के तहत जबरन घसीटा जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार की कटपुटली की तरह एनआईए काम कर रही है, ऐसे में जांच पारदर्शी नहीं हो सकती है.
रियाज फरंगीपेट ने कहा कि जुलाई में बिहार के एक केस के सिलसिले के NIA की टीम सुबह-सुबह मेरे घर आई. एनआईए ने कई घंटों तक जांच-पड़ताल और पूछताछ की. कुछ दस्तावेज भी अपने साथ लेकर गए. इस संदर्भ में मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगा कि जांच में पारदर्शिता बरती जानी चाहिए, क्योंकि केंद्र की BJP सरकार के अधीन ये सारी जांच एजेंसियां राजनीति से प्रेरित होकर काम कर रही हैं. एनआईए मेरे दरवाजे पर इसीलिए आई क्योंकि मुझे पार्टी ने बिहार यूनिट का इंचार्ज भी बनाया है. मैं अक्सर बिहार जाता हूं, वहां की प्रदेश समिति की मीटिंग में भाग लेता हूं, इन्हीं सब विषयों को लेकर मुझसे पूछताछ हुई. अब तक बिहार वाले केस में 5 लोगों को अरेस्ट किया है ऐसी सूचना मुझे मिली है, मैंने कहा कि मैं जांच में पूरा सहयोग करूंगा.
Source : Yasir Mushtaq