तेलंगाना राष्ट्र समिति के वरिष्ठ नेता के केशव राव ने बीते गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का हवाला देते हुए राज्यसभा में कहा था कि उन्होंने देश के लिए एक नए संविधान की आवश्यकता के विचार को चर्चा के लिए रखा है. इस मुद्दे ने अब सियासी रंग अख्तियार कर लिया है. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट करके भाजपा और टीआरएस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा- पीएम, केंद्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और सांसदों ने संविधान को बनाए रखने की शपथ ली है लेकिन तेलंगाना के सीएम केसीआर ने अपने पद की शपथ का उल्लंघन किया है जो चिंता का विषय है. तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की ओर से किया गया संविधान के पुनर्लेखन का आह्वान पूरी तरह अस्वीकार्य है. यह उन लोगों का जाल है जो भारत के संवैधानिक लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश रच रहे हैं.
वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वी. हनुमंत राव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर से भारत का संविधान फिर से लिखने संबंधी अपना बयान वापस लेने को कहा है. कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी है. कांग्रेस नेता ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने दलित बंधु योजना शुरू की है और कहा है कि सरकार प्रत्येक दलित परिवार को 10 लाख रुपये देगी, क्योंकि वे वंचित हैं और वर्षों तक दास रहे हैं. बाबा साहेब ने संविधान लिखा है. उन्होंने कमजोर तबके का विकास किया है.
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वी. हनुमंत राव ने कहा कि एक तरफ केसीआर आंबेडकर की 124 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण कराना चाहते हैं और दूसरी तरफ वह संविधान में बदलाव चाहते हैं.' उन्होंने कहा कि अनुच्छेद तीन के अनुसार, तेलंगाना का गठन हुआ. अब वह संविधान में बदलाव चाहते हैं और आंबेडकर की विरासत हटाना चाहते हैं. लोग बेहद नाराज हैं कि केसीआर एक बड़ी गलती करने जा रहे हैं.