केन्द्रीय पर्यटन मंत्री केजे अल्फोंस ने रविवार को केरल के डीजीपी को पत्र लिखकर शिकायत की है. उन्होंने कहा कि कुछ शरारती तत्व सीआरपीएफ (CRPF) जवानों के अंतिम संस्कार में ली गई उनकी तस्वीर को एक ‘सेल्फी’ के तौर पर जारी कर रहे हैं. अपने पत्र में मंत्री ने कहा कि वह 16 फरवरी को वायनाड में वसंत कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल हुये थे. उन्होंने कहा, 'किसी ने ताबूत के नजदीक खड़ी मेरी तस्वीर ली थी, मेरे मीडिया सचिव ने यही तस्वीर मेरे फेसबुक पर लगा दी. तस्वीर को मेरे द्वारा सेल्फी लेने का आरोप लगाते हुये कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर मेरे खिलाफ फर्जी खबरें फैला दी हैं. उन शरारती तत्वों के कृत्य ने जनता में मेरी प्रतिष्ठा धूमिल की है जो भारतीय दंड संहिता के प्रवाधानों के तहत एक दंडनीय अपराध है'.
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बता दें कि जम्मू -कश्मीर में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमला किया. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए. पुलवामा जिले में आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकराकर उसमें विस्फोट कर दिया. धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और आस पास जवानों के शव टुकड़ों में सड़क पर बिखेर गए.
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जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था.
Source : PTI