भाजपा के निलंबित विधायक राजा सिंह ने सोमवार को यहां बुलेटप्रूफ वाहन के खराब होने के बाद अपना गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने तेलंगाना सरकार को एक वाहन उपलब्ध कराने के लिए कॉल किया, जो इस तथ्य के बावजूद खराब स्थिति में है कि उसे आतंकवादियों से अपनी जान का खतरा है. पिछले हफ्ते जेल से रिहा हुए राजा सिंह को अफजल गुंज इलाके में राज्य पुलिस द्वारा मुहैया कराए गए वाहन के खराब हो जाने के बाद अपना निजी वाहन मंगवाना पड़ा.
गोशामहल के विधायक ने विरोध दर्ज कराने के लिए एक अधिकारी को बुलाया. उन्होंने कहा कि राज्य के खुफिया अधिकारियों ने उन्हें बुलेट प्रूफ वाहन प्रदान किया क्योंकि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने कहा कि उन्हें अपनी जान का खतरा है.
विधायक ने कहा कि चार महीने पहले वाहन खराब हो गया था और जब उन्होंने इसे खुफिया कार्यालय भेजा तो उन्होंने उसे मरम्मत कर वापस भेज दिया. उन्होंने दावा किया कि दो महीने पहले जब वह नामपल्ली कोर्ट जा रहे था तो वाहन फिर से खराब हो गया. वह सुरक्षा गार्ड की मदद से ऑटोरिक्शा से कोर्ट पहुंचे. दो महीने से अधिक समय तक जेल में रहने के बाद, राजा सिंह को 9 नवंबर को तेलंगाना उच्च न्यायालय द्वारा निवारक निरोध अधिनियम के तहत उनके खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद रिहा कर दिया गया.
कोर्ट ने विधायक से कहा है कि वे किसी भी धर्म के खिलाफ कोई भड़काऊ भाषण न दें और न ही किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कोई अपमानजनक या आपत्तिजनक पोस्ट करें. राजा सिंह को 25 अगस्त को हैदराबाद पुलिस आयुक्त द्वारा निवारक हिरासत (पीडी) अधिनियम लागू करने के बाद जेल भेज दिया गया था.
पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में उनकी फिर से गिरफ्तारी के लिए जारी विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की. पुलिस के अनुसार, मंगलहाट पुलिस स्टेशन का एक उपद्रवी, राजा सिंह, आदतन भड़काऊ और भड़काऊ भाषण देता रहा है और समुदायों के बीच सार्वजनिक अव्यवस्था पैदा करता रहा है. उसके खिलाफ 2004 से अब तक कुल 101 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
वह हैदराबाद के विभिन्न पुलिस स्टेशनों की सीमा में 18 सांप्रदायिक अपराधों में शामिल था.
Source : IANS