तमिलनाडु में पांच महीने से अधिक समय के बाद मंगलवार को बसें सड़कों पर वापस लौटीं और राज्य में धार्मिक स्थल, पार्क, शॉपिंग मॉल, होटल और क्लब को फिर से खोला गया. साफसफाई के बाद बसों को डिपो से बाहर लाया गया वहीं बस चालकों और कंडक्टरों ने तापमान जांच के बाद काम शुरू किया. परिवहन मंत्री एम आर विजयभास्कर ने कहा कि राज्य भर में पहले दिन बहुत कम लोगों ने बस सेवाओं का उपयोग किया और आने वाले दिनों में लोगों की प्रतिक्रिया को देखते हुए और अधिक बसों को बहाल करने का आश्वासन दिया.
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि राज्य द्वारा संचालित बस सेवाओं में लगभग 22,000 बसें सेवा देती हैं जिनमें से आज केवल 6,090 बसों को संचालित किया गया जो हर जिले में रात नौ बजे तक सेवा देंगी. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खतरे को देखते हुए बसों में यात्रियों की संख्या को सीमित रखा गया है. मास्क पहनना और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया गया है. सोशल मीडिया पर बस का किराया बढ़ने की खबरों को उन्होंने खारिज कर दिया.
हालांकि सरकार ने जुलाई में ही छोटे धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन आज मदुरै की मीनाक्षी मंदिर सहित सभी बड़े धार्मिक स्थल खोल दिए गए. रामेश्वरम में प्रसिद्ध रामनाथस्वामी मंदिर को भी आज खोला गया. प्रवेश द्वार पर ही शरीर के तापमान की जांच और हाथ को धोने के बाद ही भक्तों को अंदर जाने दिया गया.
अधिकारियों ने कहा कि मंदिर परिसर के अंदर सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए उचित कम उठाए गए हैं. सरकार ने मंदिरों को शाम आठ बजे तक खोले रखने की अनुमति दी है. फिर से खोले गए शॉपिंग मॉल, होटल और क्लब में पहले की तुलना में काफी कम भीड़ देखी गई. सुबह से ही व्यायाम करने वालों की वापसी के बाद पार्कों में रौनक लौट आयी.
Source : Bhasha