आंध्र प्रदेश के शहर विशाखापट्टनम में खतरनाक गैस के लीक होने से अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग पीड़ित हैं. आसपास के इलाकों में राहत व बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं. दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने गृह मंत्री के अलावा मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की और तमाम दिशानिर्देश दिए. पीएम मोदी (PM Modi) ने आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी (CM JaganMohan Reddy) से भी बात कर हरसंभव मदद की पेशकश की. आंध्र प्रदेश की सरकार ने घटना के बाद हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है. इस मुद्दे को लेकर एनडीएमए, एनडीआरएफ और एम्स के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने गुरुवार दोपहर बाद प्रेस कांफ्रेंस भी की.
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प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी गई कि जो गैस लीक हुई है, वह स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदायक है. इस घटना में 9 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे को लेकर उच्चाधिकारियों की बैठक भी ली. यह जानकारी दी गई कि पुणे से एक स्पेशल एक्सपर्ट टीम को आंध्र प्रदेश रवाना किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि 2.30 बजे रात को गैस लीक हुई और 5.30 बजे एनडीआरएफ की टीम साइट पर पहुंच गई. अब तक एनडीआरएफ की टीम ने 500 लोगों को बाहर निकाल लिया है और हालात अभी वहां नॉर्मल है.
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AIIMS की ओर से यह जानकारी दी गई कि यह गैस आखों और स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है. जिनको सांसों की दिक्कत है, उनको यह गैस सांस लेने में दिक्कत पहुंचा सकती है. यह दिमाग पर असर भी कर सकती है. यह भी जानकारी दी गई कि अगर शरीर मे खुजली होती है तो पानी से स्किन को धोएं या पोछें, इससे आराम मिलेगा.
न्यूज़ नेशन के एक सवाल के जवाब में NDMA अफसरों ने बताया, हमारी गाइडलाइंस फॉलो करने की जरूरत है. इस तरह की केमिकल फैक्टरी में सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है. हालांकि इस गैस का लांग टर्म इफेक्ट नहीं पड़ेगा कोई नई गाइडलाइंस की जरूरत नहीं है.