जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद हुए विधानसभा चुनावों ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है. इस बार के चुनाव में 90 सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान कराया गया. अब एग्जिट पोल में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकार बनती नजर आ रही है, लेकिन इसके साथ ही कुछ अनिश्चितताएं भी जुड़ी हैं.
एग्जिट पोल की स्थिति
एग्जिट पोल के नतीजों के अनुसार, कांग्रेस और उसके सहयोगी दल जम्मू-कश्मीर की विधानसभा में प्रमुखता से उभर सकते हैं. हालाँकि, निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या में संभावित बढ़ोतरी से ये नतीजे पलट भी सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार की चुनावी रणनीति बहुत महत्वपूर्ण होगी.
जम्मू और कश्मीर का राजनीतिक समीकरण
जम्मू रीजन में भाजपा की मजबूत स्थिति दिख रही है, जबकि कश्मीर रीजन में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों का दबदबा है. जम्मू में 43 सीटें हैं, जबकि कश्मीर में 47 सीटें हैं. इस समीकरण के अनुसार, यदि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल कश्मीर में अपनी स्थिति मजबूत रखते हैं, तो सरकार बनाने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी.
पीडीपी की कमजोर स्थिति
महबूबा मुफ्ती की पार्टी पीडीपी का प्रदर्शन इस बार कमजोर नजर आ रहा है. पिछले चुनाव की तुलना में, पार्टी की स्थिति काफी निराशाजनक है, और अनुमान है कि वह 10 सीटों के अंदर सिमट सकती है. ऐसे में यदि निर्दलीय उम्मीदवार पीडीपी के साथ मिलकर भाजपा का समर्थन करते हैं, तो एग्जिट पोल के नतीजे बदल सकते हैं.
निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका
जम्मू-कश्मीर में निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या लगभग 12 के करीब पहुंचने का अनुमान है. यदि ये उम्मीदवार भाजपा या किसी अन्य दल के साथ गठबंधन करते हैं, तो स्थिति पूरी तरह से बदल सकती है. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि इस बार निर्दलीय उम्मीदवारों का प्रभाव महत्वपूर्ण होगा.
बहुमत की गणित
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में 90 सीटें हैं, और इसके साथ 5 नॉमिनेट विधायकों को जोड़ने पर यह संख्या 95 हो जाती है. बहुमत के लिए 48 विधायकों की आवश्यकता होगी. एग्जिट पोल के अनुसार, यदि भाजपा 30 से अधिक सीटों पर जीत हासिल करती है, तो उसके लिए सरकार बनाना आसान हो सकता है.
नतीजे और संभावनाएं
अंततः, चुनावी नतीजे 8 अक्टूबर को सामने आएंगे. यह दिन जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक तस्वीर को साफ करेगा और यह दिखाएगा कि जनता ने किस पार्टी पर अधिक भरोसा जताया है. एग्जिट पोल के आंकड़े और असल नतीजों के बीच का फर्क राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा.